मुम्बई। अब आप पेमेंट करने के लिए के अपने मोबाइल पर अपना एक्सक्लूसिव क्यूआर कोड इस्तेमाल नही कर पाएंगे।
हमारे देश में दो इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड हैं। एक है यूपीआई क्यूआर और दूसरा है भारत क्यूआर। आरबीआई के नए फैसले के बाद पेटीएम, फोनपे, गूगलपे, अमेजनपे जैसे पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर्सअब अपना एक्सक्लूसिव क्यूआर कोड नहीं रख पाएंगे। RBI ने सभी पेमेंट ऐप्स से 31 मार्च 2022 तक एक या एक से अधिक इंटरऑपरेबल (एक से अधिक लोगों द्वारा प्रयोग किया जाने वाला) क्यूआर कोड अपनाने को कहा है।
अब नही जारी होगा नया कोड
अब किसी भी पीएसओ द्वारा पेमेंट ट्रांजैक्शन के लिए अपना एक्सक्लूसिव क्यूआर कोड नहीं लांच किया जाएगा ग्राहक किसी भी ऐप के जरिए किसी भी प्लेटफॉर्म पर पेमेंट कर सकेंगे। इससे देश में सिस्टम एफिशिएंसी बढ़ेगी।
पेमेंट्स ने पकड़ी है तेजी
भारत में यूपीआई पेमेंट्स पिछले दो साल से लगातार बढ़ रहा है। इससे डिजिटल इंडिया मिशन को गति मिली है। FY18 और FY20 के दौरान यूपीआई ट्रांजैक्शंस में 13 गुना और इसकी वैल्यू में 20 गुना की बढ़ोतरी हुई। पता लगा है कि वर्ष 2020 में सालाना 1800 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शंस हो रहे हैं।