देहरादून। चीन के साथ तनातनी के बीच शुरू हुए लोकल वोकल अभियान को पंख लगाने के लिए उत्तराखंड में विदेशी पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस बीच आदेश यह भी जारी किए गए हैं कि यदि कोई विदेशी पटाखों की बिक्री करते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपको याद होगा कि पिछले साल तक बाजार चाईनीज पटाखों से गुलजार रहते थे। चाईनीज पटाखों की बिक्री से लाभ भी चीन को ही होता था, लेकिन इस बार बाजार में ये पटाखे नजर नही आएंगे। डायरेक्टरेट ऑफ रेवन्यू इंटलीजेंस मुख्यालय दिल्ली ने विदेशी पटाकों को पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित करने के आदेश जारी किए हैं। मुख्यालय के तहत विदेशी पटाकों से ध्वनि और वायु प्रदूषण ज्यादा होने की संभावनाएं रहती है। जिसके लिए सभी राज्यों को निर्देशित किया है कि किसी भी शॉप पर केवल मेड इन इंडिया पटाखे और आतिशबाजी बेची जाएगी। इसी के तहत उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने भी राज्य के गढ़वाल और कुमाऊ रेंज को राज्य के सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को इस निर्देश का पालन करवाने के आदेश जारी किए है। मामले में उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि जिलाधिकारी पटाखों की बिक्री के लिए लाइसेंस जारी करते हैं। उसमें भी सिर्फ मेड इन इंडिया के पटाखों को बेचे जाने के लिए लाइसेंस दिया जाता है। विदेशी पटाखे इस लाइसेंस से नहीं बेचे जा सकते हैं। अब केंद्र से मिले पत्र के बाद सभी पुलिस को इसकी बिक्री पर रोक लगाते हुए कार्रवाई की जाएगी।