– ब्याह में रोटी बनाने वाली को पीडि़त की दुल्हन बना गया बिचौलिया
जोधपुर। राजस्थान यानि बेटों की भरमार और बेटियां सिर्फ दो-चार। इन दो चार से सात फेरे लगाने वालों की राजस्थान में कोई कमी है और हर साल कितने लोग इसी उम्मीद में कंगाल हो जाते हैं। ताजा मामला जोधपुर के मतोड़ थाना इलाके है। यहां एक व्यक्ति की गुजरती उम्र ने उसे शादी के लिए इतना मजबूर कर दिया कि उसे दुल्हन के आगे कुछ नहीं सूझा। वो ठगा जा रहा था, लेकिन दुल्हन की चाहत ने उसकी अकल पर तब भी पर्दा डाले रखा, जब घूंघट में उसे कोई और ही चेहरा दिखाई दिया। ये वो चेहरा नहीं था, जो उसने ब्याह तय होते वक्त शगुन के समय देखा था। अकल भी तब आई, जब बदली हुई दुल्हन अपने मायके पहुंची और उसी ने पूरी घटना का खुलासा किया।
शादी का लड्डू : न लीलते बना, न उगलते
मतोड़ थाने के बैंदो गांव निवासी उम्मेद सिंह की उम्र गुजर रही थी। इसका फायदा उठाया उसी के करीबी गंगा सिंह ने। जायल मांगलोद निवासी गंगा ने उम्मेद से वादा किया कि वह उसका ब्याह करा देगा और उसकी नजर में एक कुंवारी लडक़ी है। गंगा ने करीब 25 दिन पहले नागौर में उसे लडक़ी दिखाई। लडक़ी पसंद आई तो होने वाली दुल्हन पिंकू पुत्री फूल सिंह के हाथ में उसने 500 रुपये बतौर शगुन भी रख दिए। साथ ही कहा कि बेटी का बाप गरीब है। ऐसे में उसे शादी में होने वाले ससुर की मदद करनी होगी। उम्मेद मान गया और कहा कि वह साढ़े तीन लाख रुपये ससुर को देगा। अब वह ठगा जा चुका है और शादी का लड्डू न उगलते बन रहा है और न निगलते।
ब्याह में रोटी बनाने वाली उम्मेद की ब्याहता
उम्मेद, बिचौलिये गंगा के चंगुल में फंस चुका था। शादी की तारीख पर इधर बारात घर से निकल रही थी और उधर, गंगा सिंह ने फोन कर कहा कि वह बारात लेकर उसके गांव मांगलोद आ जाए। वो दुल्हन को लेकर मांगलोद ही पहुंच रहे हैं। इस पर उसने तर्क दिया कि दुल्हन के परिवार में किसी की मौत हो गई है। ऐसे में शादी दुल्हन के घर नगौर में नहीं हो सकती। उम्मेद ने ठीक वैसा ही किया, जैसा गंगा ने कहा। शादी में मांग भरने की रस्म के समय जब घूंघट उठा तो उम्मेद ठगा रह गया। ये वो दुल्हन नहीं थी, जो उसने देखी थी। बावजूद इसके वो चुप रहा। शादी के दो दिन बाद लडक़ी अपने मायके विदा हुई तो उसने उम्मेद को फोन किया और कहा कि वह तो सात दिन के लिए शादी में रोटी बनाने आई थी। उसे जबरन शादी के लिए राजी किया गया। रोटी बनाने के एवज में उसे हर रोज हजार रुपये मजदूरी मिल रही थी।
कर्ज में डूब गया दूल्हे का रोम-रोम
आरोपी गंगा सिंह के खिलाफ पुलिस ने धारा 420, 406 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। उम्मेद सिंह का कहना है कि शादी से गंगा ने उससे पहले दो लाख रुपये लिए थे। कहा था कि लडक़ी का पिता गरीब है और उसे मदद करनी होगी। साथ ही कहा कि सगाई और शादी की बात किसी को पता नहीं लगनी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो लडक़ी का बाप शादी तोड़ देगा। बावजूद इसके उम्मेद गंगा के झांसे को समझ नहीं पाया। शादी के रोज उसने जब लडक़ी के रिश्तेदार की मौत का बहाना बनाया तब भी नहीं। शादी के रोज गंगा ने उम्मेद से और डेढ़ लाख रुपये और शादी शादियों में रोटी बनाने वाले से करा दी। उम्मेद की मानें तो शादी की वजह से उसके सिर पर 10 लाख रुपये का कर्ज हो गया है।
दो दिन बाद गंगा ही पहुंचा विदाई कराने
इतना सब हो जाने के बाद भी ठग गंगा का षडय़ंत्र चल रहा था। रस्म के मुताबिक शादी के दो दिन बाद लडक़ी अपने मायके जाती है और मायके वाले लडक़ी विदाई कराने के लिए जाते हैं, लेकिन यहां लडक़ी वालों की बजाय बिचौलिया गंगा उम्मेद के घर पहुंच गया। विदाई से पहले उम्मेद ने अपनी दुल्हन को नया मोबाइल खरीद कर दिया और वो सारे जेवर सौंप दिए जो उसने उसके लिए बनावाए थे। ये जेवर भी गंगा ने हड़प लिए। इसके बाद जब दुल्हन अपने घर पहुंच गई तो उसने फोन कर सारा मामला खोला और कहा कि उसका नाम कांता है।