– शुक्रवार से लापता पति का शव रविवार को जंगल में फंदे से लटका मिला
हल्द्वानी, डीडीसी। बागेश्वर में बीते शुक्रवार से लापता पति का शव दरवाजे पहुंचा तो सदमा पत्नी से बर्दाश्त नही हुआ। पत्नी ने खुद को कमरे में कैद किया और फांसी लगा ली। उसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय हल्द्वानी लाया गया। जहां मंगलवार रात उसने भी दम तोड़ दिया।
बिलखेत वलना बागेश्वर निवासी राजेंद्र सिंह धपोला पेशे से कास्तकार थे और यहां अपनी पत्नी सुनीता (32) व सात साल की बेटी के साथ रहते थे। बताया जाता है कि परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और बीते शुक्रवार को अचानक राजेंद्र लापता हो गए।
उनकी काफी खोजबीन की गई, लेकिन कहीं पता नहीं चला। बीते रविवार को गांव के कुछ लोग जंगल में घास काटने गए थे, तभी उनकी निगाह में पेड़ से लटके राजेंद्र पर पड़ी। आनन-फानन में लोगों ने शव को नीचे उतारा और उनके घर लेकर पहुंचे।
जैसे ही राजेंद्र की लाश दरवाजे पहुंची और पत्नी ने पति की लाश देखी तो वह सदमे में आ गई। वह दौड़ कर अंदर गई और कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। यह देख ग्रामीण भी पीछे दौड़े और जब सुनीता ने दरवाजा नहीं खोला तो दरवाजा तोड़ दिया गया।
अंदर का नजारा देख लोगों के होश फाख्ता हो गए। पति की मौत के सदमे में सुनीता ने भी फांसी लगा ली, लेकिन उसकी सांसें चल रही थीं। आनन-फानन में लोगों ने सुनीता को फंदे से नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया। जहां हालत नाजुक होने पर उसे सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय रेफर कर दिया गया और इलाज के दौरान मंगलवार रात सुनीता ने भी दम तोड़ दिया।