– उत्तर प्रदेश के बड़ौत में ज्वाइंट ऑपरेशन में मारा गया कुख्यात अपराधी
बागपत, डीडीसी। पुलिस और आम जन के लिए जान का दुश्मन बना 1 लाख का इनामिया बदमाश (Criminal) जावेद पुलिस की 1 गोली (Bullet) ने ढेर कर दिया। देर रात हुई इस मुड़भेड़ (Encounter) में बदमाश का एक साथी मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। मारे गए बदमाश के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मारे गए बदमाश पर 21 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। अब पुलिस मुठभेड़ से फरार दूसरे बदमाश की तलाश में जुट गई है। एनकाउंटर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बागपत (Baghpat) जिले के बड़ौत (Baraut) में हुआ।
दिल्ली पुलिस के सिपाही का किया था कत्ल
जावेद एक कुख्यात अपराधी था और इस बात पर कोई शक भी नही है। वजह जावेद द्वारा अंजाम दी गई वारदातें हैं, जिसमे एक वारदात दिल्ली पुलिस के सिपाही का कत्ल और लूट से जुड़ी है। ये वाक्या पिछले साल का है। जावेद ने सनसनीखेज तरीके से अपने 3 अन्य दोस्तों इमरान, नदीम और हसन के साथ मिलकर बागपत जिले के बड़ौत के सिंघावली में बाइक से जा रहे मनीष को रोका था। इन अपराधियों ने मनीष पर बंदूक तान दी थी और सारा सामान सौंपने को कहा। मनीष ने प्रतिरोध किया तो उस पर गोली चलाई और उससे 20 हजार रुपये तथा अन्य चीजें लूट ली। हत्यारे अपने दो बाइक वहीं छोड़ गए। जबकि घायल मनीष वहीं पड़ा रहा। बाद में मनीष को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसी रात उनकी मौत हो गई।
2 राज्यों में दर्ज थे 21 मुकदमे
जावेद एक खूंखार अपराधी था और जावेद पर पहले ही हत्या, हत्या की कोशिश, डकैती, स्नैचिंग, पुलिस पर हमला, चोट, धमकी, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट समेत कुल 21 मामले दर्ज थे। इन 21 मामलों में से 13 मामले तो दिल्ली में दर्ज थे। जबकि उत्तर प्रदेश में जावेद पर 8 मुकदमे दर्ज थे। दिल्ली पुलिस के जवान मनीष के कत्ल और लूट के बाद जावेद पर शिकंजा कसा जाने लगा। खास तौर पर दिल्ली पुलिस के लिए जावेद आंख की किरकिरी बन चुका था और बड़ी शिद्दत से दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी पुलिस ने लगाया ठिकाने
दिल्ली पुलिस के सिपाही की हत्या समेत उत्तर प्रदेश और दिल्ली में कई केस में वांटेड बदमाश (Wanted Criminal) जावेद और उसके साथियों के साथ बड़ौत में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और बड़ौत पुलिस की मुठभेड़ हुई। पुलिस को खबर मिली थी जावेद बड़ौत में ठहरा है और अगर समय रहते कार्यवाही की गई तो उसे दबोचा जा सकता है। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी की बड़ौत पुलिस ने समन्वय स्थापित किया और जावेद के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया। जाल बिछाया गया और जावेद अपने साथी समेत उसमें फंस गया। पुलिस की भनक लगते ही जावेद ने फायरिंग शुरू कर दी। बावजूद इसके पुलिस ने उसे सरेंडर (Surrender) करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग जारी रखी। जिस पर जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और जावेद मारा गया। जबकि एक बदमाश फरार होने में कामयाब हो गया।
सफेद कार में सवार था जावेद
एनकाउंटर उस समय हुआ जब जावेद सफेद कार में सवार होकर जा रहा था। हालांकि पुलिस को खबर मिली थी कि जावेद कहीं रुका हुआ है, लेकिन शायद जावेद को पुलिस मूवमेंट की खबर लग चुकी थी। शायद यही वजह है कि जावेद फरार होने के चक्कर में था। कार सवार जावेद को जब रोकने की कोशिश हुई तब उसने गोली चलाई और मुठभेड़ में वो मारा गया।