
-परवाज़-ए-ग़ज़ल एवं भारतीय साहित्यिक विकास मंच संस्था ने मनाया आज़ादी का 75वां अमृत महोत्सव
नई दिल्ली, डीडीसी। आज़ादी के 75वें अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार, 21 अगस्त 2022 को हाई5 स्टूडियो, ईस्ट ऑफ कैलाश, नई दिल्ली में परवाज़-ए-ग़ज़ल एवं भारतीय साहित्यिक विकास मंच संस्था के संयुक्त तत्वाधान में एक मेयारी काव्य गोष्ठी/निशस्त का आयोजन किया। लखनऊ से तशरीफ़ लाये उम्दा शाइर जनाब भूपेंद्र सिंह ‘होश’ साहब की सदारत, मेहमान-ए-ख़ुसूसी के तौर पर दौर-ए-हाज़िर के मारूफ़ शाइर जनाब दीक्षित दनकौरी साहब और मेहमान-ए- एज़ाज़ी के तौर पर उम्दा अशआर कहने वाले जनाब विजय स्वर्ण कार साहब की हाज़िरी से मुशायरे का वक़ार और भी बुलंद हुआ।
परवाज़-ए-ग़ज़ल की उपाध्यक्ष मोहतरमा रीता ‘अदा’ साहिबा की कुशल निज़ामत ने निशस्त को बेहद शानदार तरीके से ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
गणमान्य अतिथियों द्वारा माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं चेतना कपूर जी की सुमधुर सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात भारतीय साहित्यक विकास मंच की तरफ़ से केक काटकर कल्पना शर्मा का जन्मदिन मनाया गया। अनिमेष शर्मा, अरविंद असर, संजय तन्हा, सपना एहसास, संजय जैन, श्याम मोहन सम्प्रास, सोनिया अक्स सोनम, तूलिका सेठ, रजनीश त्यागी राज, पंकज त्यागी असीम, सुरेश सांगवान सरु, मंज़र गोरखपुरी, हसन सोनभद्र, गोपाल गुप्ता, कल्पना शर्मा, ज़रीन सिद्दीकी, कामना मिश्रा आदि ने भी निशस्त में अपने-अपने चुनिंदा कलाम पेश किये। सभी हाज़रीन को तिरंगे अंगवस्त्र द्वारा सम्मानित किया गया।
आयोजन के दौरान परवाज़-ए-ग़ज़ल संस्था द्वारा दीक्षित दनकौरी और भूपेंद्र सिंह होश को दुर्र-ए-नायाब सम्मान स्मृति चिह्न तथा अनिमेष शर्मा और रीता ‘अदा’ को शान-ए-ग़ज़ल सम्मान स्मृति चिह्न से नवाज़ा गया। संस्था द्वारा अनिमेष शर्मा, अरविंद असर, श्याम मोहन सम्प्रास और रीता ‘अदा’ को उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में स्मृति चिह्न प्रदान किये गये।
पारिवारिक माहौल में ये शानदार निशस्त बेहद ख़ूबसूरती के साथ इख़्तेताम पज़ीर हुई। गीत-ग़ज़ल, दोहे-छंद आदि की मिली-जुली पेशकश से सभी ने महफ़िल को चार चाँद लगा दिए। समारोह के उपरांत जलपान के साथ-साथ दोनो संस्थाओं की तरफ से सभी का शुक्रिया अदा करते हुए आयोजन विधिवत तरीके से संपन्न हुआ।