– कुकर्मी बोले, जुबान बंद रखी तो देंगे खाना, एक किलो घी और 500 रुपये

जयपुर, डीडीसी। इंसान का ज़मीर कितना गिर सकता है, इस वाकये की शर्मनाक तस्वीर राजस्थान की राजधानी और पिंक सिटी के नाम से मशहूर जयपुर से सामने आई। वो भूखी थी और पेट से भी, पेट मे पल रहा नन्हा भी भूखा था। भूख मिटाने के लिए वो अकेले खाने की तलाश में निकल गई, लेकिन वो खुद हवस के भूखों का शिकार बन गई। निवाला दिलाने के नाम पर उसके साथ एम्बुलेंस में दो दोस्तों ने उसका बलात्कार किया और उसे लालच दिया कि अगर उसने अपनी जुबान बंद रखी तो वो उसे खाना, एक किलो घी और 500 रुपये देंगे। हालांकि दोनों दुष्कर्मी अब अपनी सही जगह सलाखों के पीछे हैं।

पति के साथ फुटपाथ पर रहती है पीड़िता
22 वर्षीया गर्भवती महिला अपने पति के साथ एसएमएस अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर रहती है। वह 24 मई को सुबह 11 बजे खाना लेने के लिए निकली थी। रास्ते में एम्बुलेंस सवार सुरेंद्र योगी उसे मिला। महिला ने उससे खाना मांगा और खाना खिलाने के बहाने सुरेंद्र ने महिला को एंबुलेंस में ले गया। त्रिमूर्ति सर्किल के पास सुरेंद्र ने अपने दोस्त महेंद्र मीणा को भी एम्बुलेंस में बैठा लिया। इसके बाद गांधी सर्किल से झालाना जाने वाली रोड पर दोनों युवकों ने एंबुलेंस में ही महिला से बारी-बारी से दुष्कर्म किया और फिर वापस एमएमएस अस्पताल छोड़कर फरार हो गए।

खाना, घी और रुपयों से नही डिगा जमीर
खाना, एक किलो देसी घी और 500 रुपए नकद देने का लालच आरोपियों ने पीड़िता को दिया था। ताकि दुष्कर्म की बात सामने न आए, महिला लालच में नहीं आई। वह सीधे पुलिस चौकी पहुंची और एएसआई राजेंद्र को आपबीती बताई। गैंगरेप और एसटी एससी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर केस दर्ज कर अनुसंधान गांधी नगर एसीपी राजवीर सिंह चौधरी को सौंपा गया। हालांकि पुलिस के सामने दिक्कत ये थी कि महिला को एम्बुलेंस का नम्बर नही पता था। वह केवल एम्बुलेंस और आरोपियों का हुलिया जानती थी।

लाल दरी से पकड़ में आई एम्बुलेंस
पुलिस पीड़िता को लेकर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सामने पहुंची। पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि एम्बुलेंस में लाल रंग की दरी बिछाई गई थी। वहां एंबुलेंस स्टैंड पर एक-एक गाड़ी को देखना शुरू किया। महिला सुरेंद्र योगी की एंबुलेंस को पहचान गई। वहां आसपास मौजूद अन्य ड्राइवरों से पता चला कि सुरेंद्र कई घंटों से गायब है। तब मोबाइल नंबरों और रजिस्ट्रेशन के आधार पर ड्राइवर सुरेंद्र योगी को नामजद कर तलाश किया। वारदात में शामिल महेंद्र मीणा उर्फ गोट्या को पुलिस ने बुधवार को धर-दबोचा। इनमें सुरेंद्र योगी कानोता में रहता है। वह भरतपुर जिले में भुसावर का रहने वाला है। दूसरा आरोपी महेंद्र मीणा दौसा जिले में कालाखोह में रहता है। ये दोनों ही जयपुर में एंबुलेंस चलाते हैं।

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