– अस्पताल की छठवीं मंजिल पर सुबह फंदे से लटकती मिली लाश
जयपुर, डीडीसी। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद डर और घबराहट में एक इनकम टैक्स अफसर ने जान दे दी। वो अस्पताल में भर्ती था और उसकी लाश वार्ड में लटकती पाई गई। इस खबर ने अस्पताल में हड़कंप मच गया। खबर पाकर प्रतापनगर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। हड़कंप मचने की एक वजह यह भी थी कि अफसर के कैरियर पर घूस का दाग था और अदालत ने उसे 5 साल की सजा सुनाई थी।
4 साल पहले सीबीआई ने धरा था अफसर
कोटा श्रीनाथपुरम के रहने वाले इस अफसर का नाम विनय कुमार मंगला (45) है और 4 साल पहले सीबीआई ने इन्हें झालवाड़ा से गिरफ्तार किया था। 31 दिसम्बर 2016 को विनय 1 लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ धरा गया था। वो एक पेट्रोल पंप मालिक से रिश्वत मांग रहे थे। 4 साल पहले जब यह मामला खुला तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया था। इस मामले की लंबी तफ़्तीश हुई और सीबीआई ने विनय के खिलाफ ठोस साक्ष्य जमा किया। इसके बाद मामला सीबीआई कोर्ट तक पहुंचा। इस मामले का मीडिया ट्रायल भी खूब हुआ और अब आत्महत्या के बाद एक बार फिर मामला सुर्खियों में है।
22 जनवरी जेल भेजने से पहले आया पॉजिटिव
रिश्वत लेने के मामाले में विनय को 22 जनवरी को सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उन्हें 5 साल के लिए जेल भेजने और 5 लाख का जुर्माना लगाया था। नियम के मुताबिक पुलिस ने जेल भेजने से पहले विनय का कोरोना टेस्ट कराया और रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। बताते हैं कि रिपोर्ट की खबर के बाद विनय बोझिल सा हो गया था।
बेड की चादर को बनाया फांसी का फंदा
कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पुलिस ने विनय को आरयूएचएल हॉस्पिटल की 6वीं मंजिल पर भर्ती कराया था। विनय को कोविड वार्ड में रखा गया था। नियम के मुताबिक वो पूरी तरह क्वारन्टीन किया गया था। दवा और खाना दूर से दिया जा रहा था। आज सुबह 4 बजे जब रूटीन के तहत अस्पताल का एक सिक्योरिटी गार्ड वार्ड में पहुंचा तो सन्न रह गया। विनय की लाश बेड की चादर से बने फंदे के सहारे लटक रही थी।
रिश्वत का चेक, लाखों की रकम, गहने और बहुत कुछ बरामद हुआ
विनय कुमार ने परिवादी से बिना डेट का एक लाख रुपए का चेक लिया था। सीबीआई ने विनय के घर रेड मारी तो डेढ़ किलो सोना, अचल संपत्ति के दस्तावेज, 4 बैंक लॉकर, 6 अलग-अलग बैंकों में खातों का पता चला। घर से 24.5 लाख के नए नोट मिले, जो नोटबंदी के दौरान पुराने नोटों को नए नोटों में तब्दील करवाए गए थे।