– महिला कांस्टेबल संग अपने कमरे में पाया गया था कांस्टेबल और कर दिया गया था बर्खास्त
चेन्नई, डीडीसी। दोनों सशस्त्र रिजर्व पुलिस बल के कांस्टेबल थे और आसपास ही रहते थे। एक दिन दोनों के बंद कमरे मिलते हैं और कहा जाता है कि दोनों के बीच अनैतिक संबंध है। बन्द कमरे भो दोनों अनैतिक संबंध बनाने में लिप्त थे। इस आरोप पर कांस्टेबल को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। मामला कोर्ट पहुंचा और अब हाईकोर्ट ने इस बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि किसी महिला-पुरुष का एक कमरे में बंद पाया जाना ये साबित नही करता कि दोनों अनैतिक संबंध में लिप्त थे। ये फैसला मद्रास हाईकोर्ट (Madras Highcourt) ने सुनाया।
आखिर क्या है बन्द कमरे की कहानी
आरोपी कांस्टेबल सरवण के अनुसार महिला कांस्टेबल अपने घर की चाबी की तलाश में उनके घर आई थी। हालांकि, जब पड़ोसी उनके घर आए तो पाया कि दरवाजे पर लॉक है। ऐसे में लोगों को लगा कि दोनों बन्द कमरे के भीतर अवैध संबंध में लिप्त है। सरवण ने अपनी सफाई में कोर्ट को बताया कि जब दोनों कमरे में बात कर रहे थे तब किसी ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और फिर दरवाजा खटखटाने का नाटक किया। ये सब षड्यंत्र के तहत किया गया।
कोर्ट ने दरकिनार की बर्खास्तगी की दलील
बर्खास्तगी की दलील को दरकिनार करते हुए जस्टिस आर सुरेश कुमार ने कहा कि समाज में इस तरह से अनुमान के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं कर सकते और ना ही सजा दे सकते हैं। अदालत ने कहा कि आरोपी कांस्टेबल के सरवण बाबू को उनके क्वार्टर के अंदर साल 1998 में एक महिला कांस्टेबल के साथ पाया गया था।
आरोपी के दावों को कोर्ट ने माना
आरोपी के दावे की पुष्टि करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि इस बात के कोई सबूत या गवाह नहीं है कि उस दिन दोनों कांस्टेबल आपत्तिजनक अवस्था में पाए गए थे। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार फैसला सशस्त्र रिजर्व पुलिस बल के कांस्टेबल से जुड़े मामले में आया। इस मामले में ‘नैतिक मर्यादा’ के आधार पर कांस्टेबल की सेवा समाप्त कर दी गई थी।