– बेटे पर बढ़ी धाराओं के सवाल पर मंत्री ने खोया आपा
लखीमपुर खीरी, डीडीसी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने बुधवार को एक समारोह में अपना आपा खो दिया और इस दौरान मीडियाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया। और पत्रकार से कहाकि, दिमाग खराब है?। इसके बाद मामला गरमा गया। आप पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहाकि, ये हैं मोदी जी के “हीरे” देश के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी देखिये कैसे पत्रकार को गाली दे रहे हैं। इसके साथ ही एक वीडियो भी शेयर किया।
“दिमाग खराब है क्या बे”
मामला यह है कि, लखीमपुर खीरी में मदर चाइल्ड केयर सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी पहुंचे। उस वक्त उनसे एक पत्रकार ने उनसे लखीमपुर खीरी मामले में एसआईटी द्वारा आरोप जोड़ने के बारे में पूछा, तो वह आपा खो बैठे और पत्रकारों को ही अपशब्द बोलने लगे। मंत्री ने तुरंत पत्रकार से कहा, “दिमाग खराब है क्या बे?”
धमकाया, मारने दौड़े और चोर कहा
उन्होंने घटना रिकॉर्ड करने वाले एक अन्य पत्रकार का मोबाइल फोन बंद करने के लिए भी कहा। मंत्री ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया और वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को धमकाया। उन्होंने पत्रकारों को ‘चोर’ भी कहा। उन्होंने पत्रकार पर हाथ भी उठाया। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस बीच खबर यह भी है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को दिल्ली बुलाया गया है।
विपक्ष ने तरेरी आंखे
इधर यूपी में विपक्ष ने भी अपनी बाहें चढ़ा ली है और भाजपा पर निशाना साधा जा रहा हैं। पीएम मोदी से सवाल करते हुए आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहाकि, मोदी जी आप किसानों और पत्रकार की हत्या करने वालों के पक्ष में क्यों खड़े हैं? एसआईटी की रिपोर्ट कह रही है “किसानों की हत्या सुनियोजित साज़िश है” मंत्री का धमकी देने वाला वीडियो पूरी दुनिया ने देखा। उनकी गाड़ी से कुचलकर किसान मारे गये, बर्ख़ास्तगी के लिए और कितने सबूत चाहिये मोदी जी?
मोदी पर तंज कसते हुए किया ट्वीट
बेटे पर सवाल किया तो भड़के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र ने पत्रकारों से अभद्रता की। इस पर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने बुधवार को अपने ट्विटर एकांउट पर कहाकि, ये हैं मोदी जी के “हीरे” देश के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी देखिये कैसे पत्रकार को गाली दे रहे हैं। इसके साथ ही एक वीडियो भी शेयर किया।
अजय मिश्र टेनी का तत्काल इस्तीफा लें पीएम
लखीमपुर खीरी हिंसा केस में एसआईटी ने साफ कर दिया कि किसानों पर गाड़ी चढ़ाना हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित साजिश थी। इसके बाद सत्ता पक्ष पर विपक्ष ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। लोकसभा में भी हंगामा मच गया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहाकि, लखीमपुर किसान हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने साफतौर पर कहा है कि नरसंहार एक सुनियोजित साजिश थी। गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा का बेटा हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। अजय मिश्रा टेनी को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं हैं, पीएम को तत्काल अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा लेना चाहिए।
आशीष पर बढ़ाई गईं धाराएं
तिकुनिया कांड में मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू समेत सभी 13 आरोपियों पर दुर्घटना की धाराएं हटाकर हत्या की कोशिश व अंगभंग करने की धाराएं बढ़ाई गई हैं। मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में दाखिल हुए सभी 13 आरोपियों पर अदालत ने हत्या की कोशिश की धारा 307, अंगभंग 326, शस्त्र के दुरुपयोग की धारा 3/25/30 व शस्त्र अधिनियम की धारा 35 की बढ़ोतरी की है।
तीन अक्तूबर को हुए तिकुनिया कांड में चार किसानों समेत आठ लोग मारे गए थे। तीन अक्तूबर की रात में ही तिकुनिया थाने में किसानों की ओर से दर्ज कराई 219 नंबर एफआईआर में आशीष मिश्र समेत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं चार अक्तूबर की सुबह सदर थाने में 220 नंबर एफआईआर में भाजपा पार्षद सुमित जायसवाल ने अज्ञात किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया था। अब तक 219 नंबर एफआईआर मामले में आशीष मिश्र मोनू, अंकित दास, सुमित जायसवाल, लतीफ, नंदन सिंह बिष्ट, सत्यम त्रिपाठी, शिशुपाल समेत 13 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं 220 नंबर एफआईआर में विचित्र सिंह, गुरविंदर सिंह समेत चार किसानों की गिरफ्तारी हुई है।