– सगी बहनों और उसके प्रेमी संग मिलकर दिया वारदात को अंजाम
भरत गुप्ता, इटावा। दोनों साथ नौकरी करते थे और इसी दरम्यान पुलिस वाली को साथी पुलिस वाले से मोहब्बत हो गई। उसने पुलिस वाले के सामने शादी का प्रस्ताव रखा, लेकिन उसने प्रस्ताव ठुकरा दिया। पुलिस वाली की बहन भी पुलिस वाली थी। उसने भी पुलिसवाले को मनाने की कोशिश की, लेकिन वो नही माना। जिसके बाद साजिश रची गई। दोनों सगी बहनों ने अपनी एक और बहन और उसके प्रेमी के साथ मिलकर पुलिसवाले को मौत का सौदा कर डाला। जब सनसनीखेज मर्डर की वारदात से पर्दा उठा तो पुलिस महकमा हैरान रह गया। अब आरोपी पुलिस की गिरफ्त में और सलाखों के पीछे है। मामला उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा जिले ( Etawah) का है। आज आरोपियों पर गैंगेस्टर एक्ट (Gangster Act) के तहत कार्यवाही की गई है।
राम जन्मभूमि में हुई थी मोहब्बत
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि सिपाही योगेश चौहान की पिछले साल अक्टूबर में अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि सुरक्षा में ड्यूटी लगी थी। मुख्य हत्यारोपी मंदाकिनी उर्फ संगीता थाना रामजन्मभूमि में आरक्षी पद पर तैनात थे। महिला आरक्षी योगेश से शादी करना चाहती थी, जिसके लिए योगेश ने मना कर दिया था। मंदाकिनी ने इसकी जानकारी मथुरा में तैनात अपनी बड़ी बहन हेड कांस्टेबल मीना देवी और गांव में रह रही बड़ी बहन ममता को दी। मीना और ममता ने योगेश को कई बार फोन पर शादी के लिए राजी करने का प्रयास किया, लेकिन वो नही माना।
बहनों के साथ मिलकर हत्या की रची साजिश
पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को योगेश व मंदाकिनी दोनों ही अवकाश लेकर अयोध्या से एक साथ रवाना हुए और बस के माध्यम से इटावा बस स्टैण्ड पहुंचे। कत्ल की पूरी पटकथा लिखी जा चुकी थी और इसी पटकथा के तहत मीना अपने साथियों के साथ मथुरा से स्विफ्ट कार से इटावा पहुंची। हत्यारोपी ममता भी गांव से इटावा आई। इन्होंने योगेश को लिफ्ट देने के बहाने अपनी कार में बिठा लिया। पहचान होने की वजह से योगेश भी कार में बैठ गया और इटावा के मानिकपुर मोड की ओर ले जाते समय हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद योगेश की लाश लवेदी थाना क्षेत्र में ठिकाने लगा दी।
एक लाख में हुआ सिपाही के कत्ल का सौदा
8 अक्टूबर को योगेश का शव बरामद किया गया। पुलिस जांच में पता चला कि इकतरफा प्यार और शादी से इंकार के बाद बौखलाई प्रेमिका ने योगेश की हत्या के बदले एक लाख की सुपारी दी थी। हत्यारोपी मीना ने अपनी बहन ममता, उसके प्रेमी व उसके अन्य 2 साथियों को 1 लाख रुपये देकर हत्या की योजना बनाई। जिसके लिये बतौर एडवांस 10 हजार रुपये भी दिए।
आलाकत्ल के साथ गिरफ्तार किए गए हत्यारे
इस मामले में बहादुर, मथुरा निवासी सिपाही मंदाकिनी, बहन हेड कांस्टेबल मीना व एक अन्य बहन ममता के अलावा मथुरा के ही विनोद शर्मा, गौरव चौधरी व विनोद कुमार के खिलाफ खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है। जिला कारागार में निरुद्ध आरोपियों पर गैंगस्टर तामील करा दिया गया है। मामले में पुलिस ने आला कत्ल, मृतक के कपडे और अवैध असलहे सहित आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।