
– गैरकानूनी तरीके से ठेकेदार के खाते से निकाल लिए 2.63 लाख रुपये, 10 महीने टहलाया
Case against Nainital Bank manager, DDC : पहले तो ठेकेदार के खाते से लाखों की रकम निकाल ली गई और जब यह स्पष्ट हो गया कि गैरकानूनी तरीके से पैसे निकाले गए तो नैनीताल बैंक रकम वापसी से इंकार कर दिया। एसएसपी के आदेश पर दि नैनीताल बैंक के प्रबंधकों पर मुकदमा हुआ तो आनन-फानन में ठेकेदार के खाते में वो रकम वापस डाल दी जिसके लिए वो पीड़ित को 10 महीने से टहला रहे थे।
हल्द्वानी के भगवती कॉप्लेक्स ऊंचापुल मुखानी निवासी रमेश चंद्र भट्ट लोक निर्माण विभाग में ठेकेदार करते हैं। रमेश की मानें तो नैनीताल बैंक की कालाढूंगी रोड शाखा ने उनका बैंक खाता है और 2.63 लाख रुपये गैरकानूनी रूप से उनके खाते से निकाल लिए। उन्होंने इज़की सूचना मुखानी पुलिस को 5 दिसंबर 2022 को दी। पुलिस ने इसकी जांच फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट (एफएफयू) शाखा को हस्तांतरित कर दी थी। एफएफयू प्रभारी सीओ नितिन लोहनी ने बताया कि बैंक ने गलत ढंग से राशि निकाली है और पीड़ित राशि लौटाने के लिए बैंक से निवेदन कर सकता है। हालांकि निवेदन के बाद भी बैंक ने पैसे नहीं लौटाए।
पूरे 10 महीने तक पीड़ित बैंक के चक्कर काटते रह गया और बैंक ने बैंक प्रबंधक का ट्रांसफर कर दिया। बात नहीं तो पीड़ित फिर पुलिस के पास पहुंचा। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा के आदेश पर मुखानी पुलिस ने 3 नवंबर को रेनू शर्मा प्रबंधक दि नैनीताल बैंक शाखा कालाढूंगी और उमेश चंद्र रुबाली प्रबंधक दि नैनीताल बैंक मुखानी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। जब मुकदमे की भनक बैंक को लगी तो आनन-फानन में पीड़ित के खाते में पूरी रकम ट्रांसफर कर दी गई।