– बाइक और बस से घटना को अंजाम देने आता था नसीम उर्फ पांडे का अंतरराज्यीय सम्भल गैंग, 4 घटनाओं का खुलासा

Haldwani News, DDC : हल्द्वानी के टीपीनगर चौकी क्षेत्र में सिलसिलेवार वारदातों को अंजाम दे रहा सम्भाल गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया। सालों से नकबजनी और चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा सम्भल गैंग रईश हो गया। मुश्किल से पकड़ में आया ये गैंग बाइक और बस से घटनाओं को अंजाम देने आता था। इस अंतरराज्यीय गैंग ने उत्तराखंड और बंगलौर से लेकर आसाम तक घटनाओं को अंजाम दिया है।

पुलिस बहुउद्देशीय भवन में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि इस गैंग ने टीपीनगर चौकी क्षेत्र में चोरी और नकबजनी की सिलसिलेवार घटनाओं को अंजाम दिया था। पुलिस और एसओजी की टीम शातिरों के पीछे लगाई गई थी। सैकड़ों सीसीटीवी और सीडीआर खंगालने के बाद घटना के पीछे सम्भल गैंग का नाम सामने आया।

मुखबिर से मिली खबर पर टीम ने ग्लैक्सीफार्म हरिपुर जमन सिंह गांव की ओर जंगल में टांडा रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते पर 5 संदिग्ध व्यक्तियों को रोक लिया। पूछताछ और जामातलाशी ली गई तो संदिग्धों के कब्जे से लाखों के जेवर और कैमरा बरामद किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जेवर और कैमरा उन्होंने टीपीनगर क्षेत्र से चोरी किया था। बरामद माल की कीमत करीब 8 लाख रुपये आंकी गई है।

एसएसपी ने बताया कि पुरानी मस्जिद बनियाढेर सम्भल उत्तर प्रदेश निवासी नसीम उर्फ पांडे पुत्र कय्यूम गैंग का सरगना है, जिसने चोरी की कमाई से अपना आलीशान दो मंजिला घर बना लिया। जबकि गैंग के एक दूसरे गुर्गे ने हाल में ही 3 लाख रुपये की बाइक खरीदी है। उम्मीद है कि आरोपियों से कुछ और घटनाओं का खुलासा होगा। इन पर बंगलौर में भी एक मुकदमा दर्ज है। वार्ता में एसपी सिटी हरबंस सिंह व सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धौनी मौजूद रहे।

ये है गैंग का सरगना और उसके गुर्गे, सुनार की तलाश
पुलिस की गिरफ्त में आया अकरौली बनियाढेर सम्भल का नसीम उर्फ पाण्डे पुत्र कय्यूम गैंग लीडर है। गुर्गों में बेरीखेड़ा सम्भल का राजवीर उर्फ नन्हे पुत्र सुरेश कुमार कश्यप, यहीं का शम्भू दयाल उर्फ शिव दयाल पुत्र नत्थू, अमरावती कुतुबपुर केलादेवी सम्भल का ऋषिपाल उर्फ ऋषिया पुत्र मुलायम व महज 19 साल का त्रिकुनिया भमौरा बरेली निवासी मनीष उर्फ बब्लू पुत्र हरिहारी है। गैंग से चोरी का माल खरीदने वाला सुनार डबल फाटक नेता कालोनी मजोला मुरादाबाद निवासी मेवा राम पुत्र मूल चन्द्र फरार है, जो पूर्व में बंगलौर से चोरी के मामले में जेल जा चुका है ।

होटल में रुकते और उड़ाते मीट, दारू की दावत
पकड़े न जाए इसलिए कभी बाइक तो कभी बस के जरिये शातिर शहर आते। घूम कर रेकी करते। रात 9 बजे के बाद घर घुसते, सुबह 5 बजे माल समेत कर तब बाहर आते जब लोग मॉर्निंग वॉक पर निकलते। चोरी का माल आस-पास ही झाड़ियों में छिपाते और अगले दिन साथ लेकर फरार होते। वारदात के दरम्यान शातिर होटल में रुकते और मीट, दारू की दावत उड़ाते। सरगना नसीम उर्फ पाण्डे पर अजमेर, बंगलौर, जबलपुर में चोरी के मुकदमे दर्ज हैं ।

15 लोगों ने टीम ने किया भंडाफोड़, इनाम 5 हजार
सम्भल गैंग का भंडाफोड़ करने में पुलिस और एसओजी के 15 लोग लगे। एसएसपी पंकज भट्ट ने गुडवर्क करने वाली टीम को 5 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। पुलिस टीम में कोतवाल हरेन्द्र चौधरी, एसएसआई विजय मेहता, टीपीनगर चौकी प्रभारी पंकज जोशी, मंगलपड़ाव चौकी प्रभारी जगदीप नेगी, राजपुरा चौकी प्रभारी दिनेश चन्द्र जोशी, हे.कां. हेमन्त चन्याल, दिगम्बर सनवाल, कां. बंशीधर जोशी, नवीन राणा कोतवाली, तारा सिंह व एसओजी से प्रभारी राजवीर सिंह नेगी, हे.कां. कुन्दन कठायत, त्रिलोक रौतेला, कां. दिनेश नगरकोटी व अशोक रावत थे।

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