– समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने राज्यसभा सांसद के बेटे पर लगाए थे गंभीर आरोप
भरत गुप्ता, (लखनऊ) डीडीसी। कोरोना महामारी के दौरान थाईलैंड की पियाथेडा का लखनऊ पहुंचना और फिर संदिग्ध परिस्थितियों में उसका मर जाना कई सवाल खड़े कर गया। पूरे मामले में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह ने राज्य सभा सांसद संजय सेठ के बेटे पर गंभीर आरोप लगाए थे, लेकिन समय गुजरने के साथ कहानी उलझती जा रही है। दावा था कि पियाथेडा लखनऊ में एक किराए के घर में रहती थी, जिसका पुलिस अभी तक पता नहीं लगा सकी। दूसरी ओर इंटेलीजेंस ब्यूरो की टीम लखनऊ के जिंजर होटल जा पहुंची और अब बताया जा रहा है कि पियाथेडा का ठिकाना किराए का घर नहीं बल्कि जिंजर होटल था। पूरे मामले में पुलिस की जांच संदेह के घेरे में है।
ये थे राज्यसभा सांसद के पुत्र पर लगे आरोप
28 अप्रैल को पियाथेडा को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में सलमान ने एडमिट कराया गया और 3 मई को उसकी मौत हो गई। कहा गया कि मौत कोरोना की वजह से हुई। सपा प्रवक्ता ने आईपी सिंह ने ट्विट कर पूरे मामले में राज्यसभा सांसद के पुत्र पर गंभीर आरोप लगाए और मुकदमा दर्ज करने की मांग की। सांसद सचिव की ओर से मामले में शिकायत की गई और पुलिस ने आईपी सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस से मिलने के बाद कहा गया सलमान
आरोप लगा कि सलमान के जरिये ही सांसद पुत्र ने पियाथेडा को बुलाया। पियाथेडा की मौत के बाद पुलिस ने सलमान से पूछताछ की। उसने बताया कि वह थाई स्पा का मैनेजर है और पियाथेडा वहां काम करती थी। जबकि स्पा का मालिक राजेंद्र शर्मा है। सलमान से पूछताछ में आईपी सिंह के आरोप सिद्ध नहीं हुए। इस पूछताछ के बाद सलमान गायब हो गया और अब उसका मोबाइल भी बंद है। उसी ने पुलिस को बताया था कि पियाथेडा किराए के मकान में रहती थी।
इंटेलीजेंस की कहानी पुलिस से अलग
पुलिस हुसैनगंज और छितावपुर में पियाथेडा का किराए का घर तलाश रही थी और इंटेलीजेंस ठिकाना तलाशते हुए स्पा से कुछ दूर विभूतिखंड स्थित जिंजर होटल पहुंच गई। होटल ही पियाथेडा का ठिकाना बताया जा रहा है, जहां से इंटेलीजेंस की टीम ने होटल स्टाफ से पूछताछ की और तमाम सुबूत जुटाए। सूत्र बताते हैं कि पियाथेडा अपने मिलने वालों को होटल में ही बुलाती थी।
मौत के बाद से गायब है पियाथेडा का मोबाइल
पूरे मामले में खास बात यह है कि पियाथेडा की मौत के बाद से उसका मोबाइल भी गायब है। बताया जा रहा है कि 2 अप्रैल से 28 अप्रैल के बीच पियाथेडा का मोबाइल बंद था। जिसकी वजह से उसकी ट्रैवल हिस्ट्री भी पता नहीं लग पा रही। साथ ही यह भी इस दरम्यान उसकी किन-किन लोगों से मुलाकात हुई थी और यह जांच के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
लखनऊ पुलिस कमिश्नर को भेजा लीगल नोटिस
पूरे मामले में आईपी सिंह की अधिवक्ता नूतन ठाकुर ने राज्य सभा सांसद के पुत्र पर मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को लिखित शिकायत की थी, लेकिन उल्टा आईपी सिंह पर मुकदमा हो गया और तहरीर दी गई सासंद के सचिव की ओर से। अब इस मामले में अधिवक्ता नूतन ठाकुर ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को लीगल नोटिस भेजा है। जिसमें कहा गया है कि मुकदमा पूरी तरह गलत और भ्रामक है। 10 दिन के भीतर अगर एफआईआर रद्द नहीं होती तो वह कोर्ट जाएंगे।