रोहतक। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम देश का बहुचर्चित मामला है। बलात्कार और हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा भोग रहे राम रहीम को 24 अक्टूबर 2020 को पेरोल दे दी गई और इसकी भनक किसी को नही लगी। राम रहीम को बीमार मां को देखने के लिए एक दिन की पेरोल दी गई थी। अब इसको लेकर हरियाणा सरकार कटघरे में है।
डेरा प्रमुख रेप और हत्या मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद रोहतक की जेल में बंद है। सूत्रों ने बताया कि राम रहीम ने अपनी बीमार मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल मांगी थी। वह गुरुगाम के एक अस्पताल में भर्ती हैं। डेरा प्रमुख को सुनारिया जेल से गुरुग्राम अस्पताल तक भारी सुरक्षा के बीच ले जाया गया। राम रहीम की सुरक्षा में पुलिस की तीन टुकड़ियां तैनात रहीं। हर एक टुकड़ी में करीब 100 जवान थे। बताया जा रहा है कि हरियाणा के कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को ही पेरोल की जानकारी थी। आपको बता दें कि राम रहीम ने पहले भी पेरोल की अपोल की थी, लेकिन तब सरकार ने पेरोल देने से इनकार कर दिया था। अब अचानक राम रहीम की पेरोल मंजूर कर ली गई और वो भी बेहद गोपनीय तरीके से। ऐसी गोपनियता की पता भी नही लगा और राम रहीम अस्पताल में भर्ती मां से मिलकर वापस जेल भी पहुंच गया। ऐसे में सरकार पर सवाल उठने लाजमी हैं।