– निगरानी में तैनात सिपाहियों की लापरवाही से भागा आरोपी, एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को सस्सपेंड किया
हल्द्वानी, डीडीसी। नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी लघुशंका का बहाना बनाकर सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय से भाग गया। अस्पताल से भागने वाला दुष्कर्म का आरोपी कोरोना पॉजिटिव था। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया।
मेडिकल में कोविड पॉजिटिव निकला आरोपी
बनभूलपुरा निवासी राविश व नर्सिंग का कोस कर रहे राजस्थान निवासी ध्रुव के खिलाफ नाबालिग ने बनभूलपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। राविश पर पीड़िता ने दुष्कर्म और ध्रुव पर छेड़खानी का आरोप लगाया था। बीती 12 जनवरी को दर्ज रिपोर्ट के अगले ही दिन बनभूलपुरा पुलिस ने राविश को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मेडिकल में उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई। जिसके बाद उसे सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया।
लघुशंका के लिए अकेले जाने दिया आरोपी को
अस्पताल में राविश की निगरानी के लिए सिपाही ललित महरा और महेश बृजवाल को ड्यूटी पर तैनात किया गया था। मंगलवार सुबह सात बजे राविश ने लघुशंका का बहाना और सिपाहियों ने भी उसे अकेले जाने दिया। जब राविश को गए काफी देर हो गई तो सिपाहियों के होश फाख्ता हुए। दोनों सिपाही बाथरूम पहुंचे, लेकिन राविश वहां से गायब था। राविश की तलाश शुरू हुई, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। इधर, एसएसपी ने सिपाही ललित महरा और महेश बृजवाल को सस्पेंड कर दिया।
जेल जाने से कुछ घंटे पहले भाग निकला आरोपी
बेस अस्पताल में जांच के बाद जब राविश में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई तो उसे इलाज के लिए सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय भेजा गया। उसका यहां इलाज चल रहा था और बताया जाता है कि वह स्वस्थ भी हो गया था। जिसके बाद उसे 25 जनवरी को हल्द्वानी जेल में दाखिल करना था और यह बात राविश को भी पता था। इसीलिए उसने निगरानी में लगाए गए सिपाहियों से दोस्ती गांठी और जेल ले जाने से चंद घंटे पहले ही उनकी आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गया।
दुष्कर्म के बाद पता लगा बच्चों का बाप है आरोपी
नाबालिग पीड़िता की मानें तो वह इंस्टाग्राम के जरिये राविश के संपर्क में आई थी। राविश ने उससे यह बात छिपा कर रखी कि वह न सिर्फ शादीशुदा है, बल्कि बच्चों का बाप भी है। राविश ने नाबालिग को धोखे में रखा और उससे प्यार का नाटक किया। उसे कई बार होटलों में ले गया और उसे शादी का वादा कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। एक दिन जब राविश के शादी की बात खुली तो मामला बिगड़ गया और नाबालिग ने उसके और ध्रुव के खिलाफ बनभूलपुरा थाने में तहरीर दे दी।
जो आरोपी है, वही पहले पीड़िता के साथ वादी था
इस मामले में नाबालिग पीड़ित ने ध्रुव के खिलाफ भी छेड़खानी का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। बता दें कि पीड़िता द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराने से पहले घ्रुव इस मामले में पीड़ित था। उसने राविश, राविश की पत्नी व एक दोस्त पर ब्लैकमेल कर साढ़े तीन लाख रुपये ऐंठने का आरोप लगाया था। उसने बताया था कि राविश उसे एक अश्लील वीडियो के जरिये ब्लैकमेल कर रहा था और इसकी शिकायत लेकर नाबालिग लड़की के साथ कोतवाली पहुंचा था। हालांकि अब वह खुद आरोपी है।
चार टीमें गठित, सीओ सिटी करेंगे मामले की जांच
सिपाहियों द्वारा लापरवाही बरतने के मामले में एसएसपी ने सख्त कार्रवाई की है। साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित कर दी गईं है। आरोपी की तलाश के लिए एसओजी को भी लगाया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच सीओ सिटी भूपेंद्र धोनी को सौंप दी गई है। पुलिस और एसओजी सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय और वहां से निकलने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी फुटेज चेक कर रही है। ताकि आरोपी राविश के भागने की सही दिशा का पता लगाया जा सके।