नई दिल्ली, डीडीसी। भारत के उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ बने कानून पर बखेड़ा खड़ा हो गया है। इस पर अब रानीतिक और धार्मिक रोटियां सेंकी जा रही हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में ऐसे तमाम देश हैं जहां दूसरे धर्म में शादी, निकाह या मैरिज आसान है और जिन देशों में मान्यता है तो वहां ऐसी शादियां पेचीदा नियमों में उलझ कर रह जाती है। इनमें ज्यादा संख्या मुस्लिम देशों की हैं तो आइए जानते हैं इनके बारे में।
यूपी में ने कानून के तहत’अगर किसी शादी का मकसद सिर्फ किसी लड़की का धर्म परिवर्तन करना है तो न सिर्फ ऐसी मैरिज को अवैध घोषित किया जाता है, बल्कि 10 साल तक की सजा भी है। ये लव जिहाद कानून चर्चा में है और यूपी देश का पहला राज्य है, जहां ये लव जिहाद निषेध कानून लागू किया गया है। इस तरह की शादी करीब दो दर्जन देशों में मान्य नहीं है। आपको बता दें कि तकरीबन 4 साल पहले इंडोनेशिया में राशिद और जूलियट की शादी सुर्खियों में थी, लेकिन बिना धर्म परिवर्तन से ये शादी नही हो सकी। कुल मिला कर इंडोनेशिया ऐसे 2 दर्जन देशों में शामिल है जहां सिविल मैरिज की अनुमति नही है। ये देश तो ऐसे हैं, जहां सिविल मैरिज मान्य नही है, जबकि कुछ देशों में इतनी कड़ी और उलझी शर्तें है कि शादी हो ही नही पाती। लेबनान और सीरिया में तो स्थिति बहुत अलग है। यहां नियम इतने कठोर है कि इन देशों के बाहर हुए लोगों के अंतर्धार्मिक विवाह भी मान्य नहीं हैं। जबकि मिस्र में सिविल मैरिज के लिए शर्तें बड़ी पेचीदा हैं। यहां कागजी कार्रवाई इतनी उलझी हुई है कि लोग परेशान हो जाते हैं। विदेशियों को इसके लिए दूतावास से ज़रूरी कागज़ात जुटाने होते हैं। मलेशिया ऐसा देश है जहां सिर्फ गैर मुस्लिमों के लिए सिविल मैरिज का प्रावधान है। जबकि कुवैत, बहरीन और अफगानिस्तान में सिर्फ विदेशियों के लिए सिविल मैरिज संभव है।
कौन से हैं ये देश और क्या हैं इनके नियम
सिविल मैरिज की खिलाफत करने वालों में ज़्यादातर देश अरब और मध्य पूर्व के है और इन देशों में ज्यादातर मुस्लिम देश हैं। जिसमें सऊदी अरब, कतर, यमन, ईरान, लेबनान, इज़राइल, लीबिया, मॉरिटैनिया, मिस्र, सीरिया, जॉर्डन, यूएई और इंडोनेशिया हैं और यहां अलग धर्म में शादी मान्य नहीं है। इज़राइल, सीरिया और लेबनान जैसे देश इस्लाम, ईसाई, यहूदी जैसे धर्मों को तो मान्यता देते हैं लेकिन एक ही धर्म में आपस में ही शादियों की इजाज़त है। इसके अलावा अल्जीरिया, बर्मा, बांग्लादेश, लीबिया, मोरक्को, पाकिस्तान, सोमालिया, ओमान और ट्यूनीशिया जैसे कुछ देशों में अलग धर्म में शादी को लेकर रास्ते आसान नहीं हैं।