
– भाजपा प्रत्याशी डॉ.जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला पर कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश ने लगाया मांस, शराब और पैसा बांटने का आरोप
सर्वेश तिवारी, हल्द्वानी। मजे की बात सिर्फ इतनी है कि कानून तोड़कर कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश कानून की दुहाई दे रहे हैं। कोतवाली में सरेआम सुमित ने अधिकारियों के सामने आचार संहिता का उल्लंघन कर धरना-प्रदर्शन किया। ये पहला मौका नहीं था, जब सुमित ने ऐसा किया। सुमित ने आचार संहिता के दौरान तमाम बार आचार संहिता का उल्लंघन किया और उन पर रिपोर्ट दर्ज हुई। हालांकि कानून तोड़ने में भाजपा प्रत्याशी डॉ.जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला भी कम नहीं हैं, लेकिन इस बार कानून तोड़ कर न्याय की दुहाई देने वाले सुमित ने रौतेला पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मतदान से पहले कोतवाली में धरना-प्रदर्शन
मतदान से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस प्रत्याशी सुमित ह्रदयेश ने भाजपा प्रत्याशी डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला पर गंभीर आरोप लगाते हुए कोतवाली में हंगामा खड़ा कर दिया। कांग्रेस प्रत्याशी सुमित अपने समर्थकों के साथ कोतवाली में धरने पर बैठ गए। करीब आधे घंटे चले धरना-प्रदर्शन के बाद मिले आश्वासन पर धरना खत्म हुआ, लेकिन इस दौरान समर्थकों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
‘शराब, मांस और पैसा बांट रहे रौतेला’
कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में सुमित ने कहाकि भाजपा प्रत्याशी डॉ.जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला अपने पक्ष में मतदान के लिए मतदाताओं को शराब, रुपए और मांस बांट रहे हैं और ये सब जोगेंद्र रौतेला के घर से बांटा जा रहा हैं। कहा, बमौरी, राजपुरा, दमुवाढूंगा और गांधीनगर क्षेत्रों में रौतेला पैसा, शराब और मांस बांट रहे हैं। सुमित ने पुलिस ने उक्त क्षेत्रों में पुलिस लगाने की मांग की। जिसके बाद मौके पर सीओ सिटी भूपेंद्र धोनी, कोतवाल और एआरओ के आश्वासन पर धरना खत्म हुआ।
आचार संहिता में नहीं हो सकता धरना-प्रदर्शन
आचार संहिता के नियम साफ कहते हैं कि आचार संहिता लागू होने से लागू रहने तक धरना-प्रदर्शन पूरी तरह प्रतिबंधित रहता है। इसी वजह से सरकारी कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन नहीं कर पाते, लेकिन इस कानून का उल्लंघन कर रविवार को सुमित ने अपने समर्थकों के साथ धरना-प्रदर्शन किया और जोगेंद्र पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया। जबकि सुमित इस शिकायत को कानून के दायरे में रहते हुए भी दे सकते हैं। हालांकि दामन इस मामले में जोगेंद्र का भी साफ नहीं है।