– साथियों के साथ ट्रैकिंग पर गए थे संजीवनी हॉस्पिटल के संचालक, बारिश में लकड़ी का पुल टूटने से झील में गिर गए थे डॉ.महेश
हल्द्वानी, डीडीसी। दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में भारी बारिश के बीच तरसर-मरसर पर्वतीय क्षेत्र में फंसे 11 ट्रेकर्स को बचा लिया गया था। पर्यटकों को बचाने के दौरान गाइड शकील अहमद की झील में डूबने से मौत हो गई। उसका शव गुरुवार को बरामद कर लिया गया है, जबकि संजीवनी अस्पताल के संचालक महेश कुमार का कहीं पता नहीं चला। शकील अहमद गांदरबल के गगनर का रहने वाला था।
जानकारी के मुताबिक दो स्थानीय गाइड और 11 पर्यटकों का एक समूह ट्रेकिंग के दौरान खराब मौसम के कारण तरसर मरसर के पास फंस गया था। गाइड शकील अहमद ने डॉक्टर महेश की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। तरसर और मरसर दो झीलें हैं, जिन तक केवल ट्रेकिंग के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।
वे त्राल, पहलगाम और श्रीनगर के बीच दक्षिण कश्मीर के ऊंचाई वाले क्षेत्र में स्थित हैं। यह क्षेत्र उसी मार्ग में पड़ता है जहां पवित्र अमरनाथ गुफा स्थित है।
डॉ महेश कुमार 18 जून को हल्द्वानी से अपने साथियों के साथ ट्रेकिंग के लिए तार सर झील क्षेत्र में पहुंचे थे। उनके साथ 3 टूरिस्ट गाइड व 14 अन्य लोग भी थे। एनडीआरफ और एसडीआरएफ की टीम ने 12 सदस्यों को वहां से निकाल कर बेस कैंप तक पहुंचाया। पहलगाम के तहसीलदार मोहम्मद हुसैन ने बताया कि डॉक्टर महेश व डॉक्टर शकील झील में डूब गए हैं।
डॉक्टर महेश के साथ गए हल्द्वानी के ही डॉक्टर रोशन ने बताया कि वह डूब गए हैं। अभी उनका कुछ पता नहीं चल सका। ऐसे में अनहोनी की आशंका स्वजन सहमे हुए हैं। डॉ महेश अपनी बेटी के साथ संजीवनी अस्पताल का संचालन करते हैं।