– महाराष्ट्र से चर्चित जेजे हत्याकांड के गुनहगार दीपक सिसौदिया को मिली थी उम्र कैद की सजा, अमरावती जेल में था बंद
हल्द्वानी, डीडीसी। डॉन दाऊद इब्राहिम का गुर्गा और दाऊद के जीजा की हत्या का बदला लेने वाला दीपक सिसौदिया हल्द्वानी से फरार हो गया। जेजे हत्याकांड में उम्र कैद की सजा काट रहा दीपक तीन माह की पैरोल पर हल्द्वानी आया था, लेकिन वापस महाराष्ट्र की अमरावती जेल नहीं पहुंचा। मुंबई पुलिस दीपक की तलाश कर रही है और हल्द्वानी कोतवाली में उसके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
12 नवंबर 1992 को सौत्या समेत 25 खतरनाक शूटर मुंबई के जेजे अस्पताल में घुसे और ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर शैलेश हलदनकर को भून दिया। करीब 500 राउंड गोलियां चलीं और इस वारदात को अंजाम देने वाले में एक नाम हल्द्वानी के दीपक दरवीर सिंह सिसोदिया का है। मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा दीपक पैरोल पर आया था और अब फरार है।
दीपक दलवीर सिंह सिसौदिया रामपुर रोड पर जीतपुर नेगी में रहता है। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा दर्ज जीरो एफआईआर के मुताबिक बीती 1 जनवरी को दीपक ने तीन महीने की पैरोल ली थी। वह हल्द्वानी आया था और 8 मार्च को उसे अमरावती जेल में आमद दर्ज करानी थी, लेकिन वह वापस नहीं पहुंचा।
उसके खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी मोहन मंगलराव चव्हान ने महाराष्ट्र में जीरो एफआईआर दर्ज की। पीएचक्यू के आदेश के बाद हल्द्वानी कोतवाली में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा दर्ज रिपोर्ट हल्द्वानी कोतवाली में दर्ज की गई। अमरावती जेल में दीपक 5304 नंबर का कैदी है और उस पर मकोका समेत धारा 3(2), 3(4), 120 बी, 302, 149, 34, 143, 147, 148 के तहत कोर्ट ने उम्रकैद के साथ 10 लाख रुपए जुर्माना अदा करने की सजा सुनाई थी।
अब दीपक के खिलाफ धारा 224 के तहत एक और रिपोर्ट दर्ज की गई है। बता दें कि डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के पति इब्राहिम पारकर की हत्याकर दी गई थी। इस हत्या को गवली गैंग के शूटर शैलेश हलदनकर और विपिन शोरे ने अंजाम दिया था। जिसके बाद दाऊद के इशारे पर जेजे अस्पताल में भर्ती शैलेस हलदनकर को मौत के घाट उतार दिया गया।