– लिंग परीक्षण कराने के बाद नहीं मानी तो बहू की बुरी तरह की पिटाई, गर्भ में चोट की वजह से हुआ गर्भपात
हल्द्वानी, डीडीसी। हल्द्वानी में नई बहू से बेटे की ख्वाहिश पाले बैठे ससुरालियों ने बहू के पेट में पल रहे भ्रूण का लिंग परीक्षण कराया। लिंग परीक्षण में भ्रूण लड़की का निकला तो ससुराली गर्भपात पर आमादा हो गए और जब बहू इसके लिए तैयार नहीं हुई तो ससुरालियों ने उसे बुरी तरह पीटा। जिससे उसका गर्भपात हो गया। बनभूलपुरा पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।
लाइन नंबर आठ आजादनगर बनभूलपुरा निवासी मनीषा परवीन (25) पुत्री मो.इस्लाम ने पुलिस को बताया कि 10 जून 2020 को उसकी शादी नई बस्ती ताज मस्जिद बनभूलपुरा निवासी मो.अशफाक (35) पुत्र अब्दुल से हुई थी। मनीषा ने बताया कि उसके पिता गरीब और बूढ़े थे, ऐसे में उसने खुद की कमाई से अपनी शादी की, लेकिन शादी के एक सप्ताह बाद ही पति अशफाक, जेठ इम्तियाज, जेठानी रिहाना पत्नी इश्तियाक, सास अनीसा और ननद नाजिमा कम दहेज लाने और पिता की गरीबी का मजाक उड़ाना शुरु कर दिया।
जेठ-जेठानी व ननद द्वारा बार-बार पिटाई के बावजूद एक वर्ष तक किसी तरह ग्रहस्थी जुड़ी रही। इसी दरम्यान मनीषा गर्भवती हुई। गर्भ में पल रहे भ्रूण का लिंग पता करने के लिए ससुरालियों ने मनीषा का अल्ट्रासाउण्ड कराया। गर्भ में लड़की की जानकारी होने पर ससुराली गर्भ गिराने की कोशिश करने लगे। मना करने पर जेठ-जेठानी ने मनीषा के पेट पर हमला किया। जिससे गर्भ में चोट आ गई और मनीषा ससुराल छोड़ कर मायके आ गई।
जहां गर्भ मे पल रही पुत्री की मौत हो गई। मनीषा का कहना है कि बिरादरी के पंचो ने ससुरालियों को समझाया, लेकिन वो तलाक पर अड़ गए। इसके लिए ससुराली शादी में जो 8-10 लाख रुपया खर्च हुआ, वह लेकर मामला रफा-दफा कर आपसी समझौते से तलाक लेने का दबाव बनाने लगे। इस मामले में बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।