– 12 सौ किलो मीटर दूर से चोरी करने आया था देश के कई राज्यों में वारदात को अंजाम देने वाला आदिवासियों का गिरोह
हल्द्वानी, डीडीसी। बीती 24 फरवरी की रात शहर के मुख्य बाजार एक के बाद एक चार दुकानों को खंगालने वाले चोर मामूली अपराधी नहीं हैं। बल्कि आदिवासियों का ये अंतरराज्जीय गिरोह ऐरोप्लेन से चोरी करने जाता था। गिरोह ने देश के तमाम राज्यों में सैकड़ों वारदातों को अंजाम दे चुका है। नैनीताल पुलिस और एसओजी की टीम ने बाजार में वारदात को अंजाम देने वाले इस गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके पास से चोरी किए गए हजारों रुपए बरामद किए गए हैं। पुलिस फरार दो और गुर्गों की तलाश कर रही है।
सीसीटीवी ने दिखाया चोरों का रास्ता
राजस्थान के बांसवाड़ा निवासी इन चोरों ने कारखाना बाजार में चार वारदातों को अंजाम देकर करीब 3 लाख 40 हजार की नगदी पार कर दी थी। मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम को लगाया गया था। ढाई सौ से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने के पास चोरों की न सिर्फ तस्वीर साफ हुई, बल्कि यह भी पता चला कि चोर किस ओर गए हैं।
रुद्रपुर बस अड्डे से धरा गया सरगना
जिसके बाद सर्विलांस टीम की मदद से इनकी लोकेशन ट्रेस की गई। पहले लोकेशन दिल्ली और दूसरी राजस्थान में मिलने के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी की तैयारी की, लेकिन इसी बीच एक शातिर की लोकेशन रुद्रपुर में ट्रेज हो गई। जिसके बाद टीम ने जाल बिछाया और शनिवार शाम करीब पौने सात बजे एक शातिर को रोडवेज बस अड्डे से धर दबोचा गया। जिसके पास से टीम ने 50 हजार रुपए भी बरामद कर लिए।
एरोप्लेन से गए थे गोवा चोरी करने
पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम दिनेश चरपोटा पुत्र छदनु चरपोटा निवासी पाडला गणेशीलाल बूंगड़ा बांसवाड़ा राजस्थान बताया। बताया कि उसने गैंग के हरीश चरपोटा और गणेश चरपोटा के साथ घटना को अंजाम दिया था। इस गिरोह ने कुछ माह पहले गोवा में चोरी की घटना की और इसके लिए ये एरोप्लेन से गए और वारदात को अंजाम देने के बाद ऐरोप्लेन से ही वापस लौटे। एसपी सिटी ने बताया कि एसएसपी पंकज भट्ट ने गुडवर्क करने वाली एक हजार रुपए इनाम की घोषणा की है।
40 रुपए की चोरी, बताए 50 हजार
पुलिसिया पूछताछ में चोरों ने बताया कि वह बाजार की चार दुकानों में चोरी करने के लिए घुसे, लेकिन एक ही दुकान से मोटा माल हाथ लगा। जबकि एक दुकान में एग्जास्ट फैन तोड़ कर दाखिल हुए चोरों के हाथ केवल 40 रुपए ही लगे और जबकि व्यापारी ने पुलिस को दी तहरीर में 50 हजार रुपए चोरी होने की बात कही है। कुछ ने कपड़े आदि चोरी होने की बात कही, जबकि चोर का कहना था कि उसे एक टोपी अच्छी लगी थी जो वो अपने साथ ले गया था।
सात घंटे तक खंगालते रहे दुकानें
चोर घटना की सुबह ही हल्द्वानी पहुंचे थे। तीनों ने बैग टांग रखे थे, ताकि ये पर्यटक लगें। जिसके बाद इन्होंने बाजार में दुकानों की रेकी शुरू की। पूरे दिन रेकी करने के बाद चोरी के लिए उन दुकानों को चुना जिन दुकानों में ज्यादा भीड़ थी। रात 10 बजे के बाद दुकानें बंद होते ही ये अपने काम पर लग गए। दरअसल, इस वक्त पुलिस के गश्ती दल रवानगी की तैयारी में होते हैं और ये दुकान में दाखिल होने का माकूल समय था। इन्होंने सात घंटे तक दुकानें खंगाली थी।
सायरन बज रहा था, चोर सो रहे थे
गिरफ्त में आए दिनेश ने बताया कि उन्होंने आज तक जहां भी चोरी की, कहीं भी ताला तोड़ कर वारदात को अंजाम नहीं दिया। यहां भी किसी की दुकाने के ताले नहीं तोड़े, बल्कि दाखिल होने के लिए दूसरे जरिये तलाशे। बताया कि वारदात के दौरान पुलिस गश्त कर रही थी और उन्हें लगातार पुलिस सायरन की आवाज सुनाई दे रही थी, लेकिन वो पुलिस से बेफ्रिक थे और पकड़े जाने से भी। चोरी के बाद तीनों सोए और सुबह तड़के गश्ती दल रवाना होने के बाद चोर भी दुकान से निकल गए।
जनता भी वारदातों की जिम्मेदार
पुलिस की मानें तो वो इस घटना का अनावरण पहले ही कर देते थे अगर जनता जागरुक होती। पूरे मामले में एक बात यह सामने आई कि लोगों ने अपने दुकानों के अंदर और बाहर सीसीटीवी लगा तो रखे हैं, लेकिन ये काम केवल दुकान खुलने से बंद होने तक ही करते हैं। दुकान बंद होते ही अन्य लाइट्स के साथ सीसीटीवी भी बंद कर दिए जाते हैं। जबकि सीसीटीवी का असली काम ही दुकान बंद होने के बाद शुरू होता है, लेकिन बिल बचाने के लिए ये बंद कर दिए जाते हैं।
चोर पकड़ने 24 सौ किमी चली पुलिस
राजस्थान का बांसवाड़ा राजस्थान-गुजरात बार्डर पर स्थित और यहां से 12 किमी दूर है। चोरों की तलाश में पुलिस ने 24 किलो मीटर का सफर तय किया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी जिस गांव से ताल्लुक रखता है, वो पूरा का पूरा गांव चोरी पर ही गुजारा करता है और रकम अय्यासी में लुटाता है। टीम में कोतवाल हरेंद्र चौधरी, मंगलपड़ाव चौकी प्रभारी कश्मीर सिंह, का.जितेंद्र कुमार, का.वीरेंद्र चौहान, का.इसरार नवी, का.इसरार अहमद, सर्विलांस सेल से किशन चंद्र शर्मा व अनिल गिरी थे।
इनकी दुकान से इतना चोरी का दावा
पुलिस ने कारखाना बाजार निवासी सन्नी नागपाल पुत्र सुमन नागपाल की तहरीर पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज की थी। जिसमें वूल सेंटर के मालिक राजा ने 50 हजार, नैनीताल ऊन के मालिक सन्नी नागपाल 3 लाख 80 हजार, ब्यूटी कॉर्नर के मालिक गुलजीत सिंह ने 50 हजार और चढ़दी कला बैग शॉप के मालिक परमजीत सिंह ने दुकान से 50 हजार रुपये चोरी की बात कही थी। हालांकि व्यापारियों के कहने और चोरों के बयान में अंतर है। पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है।