– बजट सत्र में विधायक दल के उप नेता ने पक्ष-विपक्ष पर लगाया गंभीर आरोप
देहरादून, डीडीसी। उत्तराखंड क्रिकेट को ढंग से अस्तित्व में आए जुमा-जुमा चार दिन हुए हैं और भ्रष्टाचार के बरगद ने इसे बुरी तरह जकड़ लिया है। अंदर-19 क्रिकेट इन जड़ों में बुरी तरह जकड़ चुका है। टीम में मौका पहाड़ के प्रतिभाशाली युवाओं को नही, बल्कि रसूखदार की औलादों को मिल रहा है। आज बजट सत्र के दौरान कांगेस विधायक दल के नेता करन महरा ने पक्ष और विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। जिसके बाद सरकार ने अंडर 19 क्रिकेट टीम के चयन में धांधली के आरोपों की जांच का ऐलान किया है।
करन ने सिलसिलेवार तरीके से लगाए आरोप
सदन में प्रस्ताव रखते हुए करन ने कहा कि प्रदेश में खेल जगत में बहुत अनियमितताएं हो रही है। इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग बराबर से शामिल हैं। योग्य खिलाड़ियों का मौका नहीं मिल रहा और सिफारिशी-रसूखदारों का चयन किया जा रहा है। करन ने सिलसिलेवार कई गंभीर आरोप लगाए। कहा, खिलाडियों के चयन में बडे पैमाने पर धांधली हुई है।
यूपी टीम से जुड़े लोगों का उत्तराखंड में दखल
करन ने आरोप लगाते हुए कहा, प्रशासनिक अनुभव का फर्जी प्रमाण लगाकर लोग अहम पदों पर काबिज हैं। इतना ही नही, यूपी टीम के साथ जुडे व्यक्ति उत्तराखंड में भी पद संभाल रहे हैं। कांग्रेस विधायक दल के उपनेता करन माहरा ने शून्यकाल में इस मामले को उठाया था।
ये हैं करन के लगए आरोप
– अंडर 19 टीम के चयन के लिए प्रदेश भर से 84 युवाओं का चयन हुआ और बाद में 18 लोगों के नाम गुपचुप तरीके से जोड़ दिए गए।
– इन 102 लोगों को फिटनेस मेडिकल टेस्ट के लिए दून बुलाया और आधी-अधूरी जांच के बाद 60 खिलाडियों का कैंप के लिए चयन कर लिया।
– नेशनल लेवल पर सर्वश्रेष्ठ बॉलर के रूप में प्रसिद्ध खिलाड़ी निशा मिश्रा को कम आयु का होने का तर्क देकर हटा दिया गया।
– मामला हाईलाइट हुआ तो निशा का इंटरव्यू हुआ, लेकिन सेलेक्ट नहीं किया।
– जबकि शेफाली वर्मा इसी आयुवर्ग की होने के बावजूद नेशनल में खेल रही हैं।
– सीएयू के सचिव पद पर कार्यरत व्यक्ति पात्रता पूरी नहीं करते।
– लगातार दो बार सचिव रहने के मानक के बावजूद वो तीन बार से सचिव पद पर कैसे हैं।
सचिव स्तरीय कमेटी करेगी जांच
आरोपों के बाद खेल मंत्री अरविंद पांडे ने सदन में कहा कि सभी आरोपों की बिंदूवार जांच की जाएगी। जांच के लिए सचिव स्तरीय कमेटी बनाई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
खेल मंत्री ने जताया अफसोस
खेल मंत्री ने इस मामले में अफसोस जताया और कहा, पिछले 16-17 सालों में लोगों ने खेल के बजाए अपनी एसोसिएशनों का भला करने का ही काम किया है। योग्य खिलाडियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।