– अर्से से पूर्वी दिल्ली के कल्याणी इलाके को महिलाओं के गैंग ने बना रखा है सुरक्षित ठिकाना
Machine gang of Maratha women, DDC : दिल्ली में रहने वाला मराठा महिलाओं के मशीन गैंग ने तीन दिन पहले उत्तराखंड स्थित नैनीताल जिले के हल्द्वानी में दस्तक दी। ऊंचापुल स्थित बाबा बालकनाथ मंदिर में भक्त भगवान की भक्ती में लीन थे और मशीन गैंग के ये शातिर महिलाएं अन्य महिलाओं के गले से सोने की चेन और मंगलसूत्र तोड़ने में रमी थीं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस हरकत में आई। कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने एक दंपती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि एक शातिर महिला की तलाश की जा रही है।
गुरुवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि तीन महिलाओं के गले से मंगलसूत्र और चेन लूटने की घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद महिलाओं ने पुलिस को सूचना दी और बताया कि तीन वृद्ध महिलाओं के साथ यह घटना ऊंचापुल स्थित बाबा बालकनाथ मंदिर में घटी। जिसके बाद घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालते गए। मुखानी पुलिस के साथ एसओजी भी आरोपियों की धरपकड़ में लगाया गया।
सीसीटीवी फुटेज खंगालती पुलिस ने तीन आरोपियों को गुसाईपुर तिराहे से धर दबोचा। इनमें कल्याणपुरी दिल्ली निवासी मयूरी पत्नी सुशील कुमार, मयूरी का पति सुशील कुमार पुत्र जगदीश और संतोष पत्नी अनिल है। जबकि चौथी आरोपी कल्याणी पूर्वी दिल्ली निवासी भावना पत्नी चंद्रकांत फरार है। आरोपियों से लूटी गई दो चेन और एक मंगलसूत्र के साथ घटना में इस्तेमाल की गई कार बरामद की गई है। साथ ही पुलिस टीम को ढाई हजार इनाम की घोषणा की गई है।
पूरा इलाका ही लुटेरों का, इंटरनेट पर रखते थे नजर
पुलिस ने बताया कि आरोपियों का मूल महाराष्ट्र है और दिल्ली में यह जहां रहते हैं वो पूरा क्षेत्र की लूट के धंधे में लिप्त है। पूरे दिन इंटरनेट और टीवी पर आरोपी यही देखते हैं कि कहां भागवत या अन्य कथाएं चल रही हैं। हल्द्वानी में बाबा बालकनाथ मंदिर में भागवत की जानकारी भी इन्हें ऐसे ही मिली थी। जिसके बाद शातिरों ने लूट की योजना बनाई और तय किया कि घटना को अंजाम देने के बाद बाबा नीब करौली के दर्शन के लिए जाएंगे।
मशीन के नाम से हैं मशहूर, कई राज्यों में मुकदमे
दिल्ली पूर्वी के कल्याणपुरी में जिस स्थान पर महिलाओं का ये गैंग रहता है, वहां इन्हें मशीन कहकर बुलाया जाता है और ये इसी नाम से मशहूर है। गिरफ्त में आए दंपती मयूरी और सुशील ने वर्ष 2022 में एक ऐसी ही घटना को हिमाचल प्रदेश के थाना कालाअम्ब जिला सिरमौर में अंजाम दिया था और इस मामले में दोनों जेल भी जा चुके हैं। पुलिस का कहना है कि इनके खिलाफ देश के कई राज्यों में इस तरह के मुकदमे दर्ज हैं, जिनकी तस्दीक की जा रही है।
इतनी तेजी अपहरण में नहीं दिखा पाए
चेन स्नेचिंग के मामले में पुलिस ने जितनी तेजी दिखाई, वो काबिलेतारीफ है। हालांकि पुलिस ने इतनी तेजी तुषार अपहरण केस में नहीं दिखाई। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा तो अगले दिन दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपियों तक पहुंचने में काफी देर लगा दी। इसके बावजूद अपहरण केस से जुड़े दो मुख्य आरोपियों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है और इसी देरी की वजह यह है कि पुलिस पहले इसे सिर्फ लेनदेन का मामला मान रही थी।