डाकिया न्यूज हल्द्वानी : बदन पर वर्दी पर पहन कर पुलिस वाले रील में रौला दिखा रहे हैं, लेकिन असल जिंदगी में छोटे-मोटे अपराधी भी उनसे संभाले नहीं जा रहे। क्या अधिकारी और क्या एसओजी प्रभारी, चौकी इंचार्ज से लेकर सिपाही तक ने डीजीपी दीपम सेठ के आदेश को ताक पर रख दिया है। पिछले कुछ दिनों से ऐसे ही कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं और चर्चा का विषय बनें। वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी शौक से न सिर्फ वीडियो बना रहे हैं, बल्कि चाय-पानी का शौक भी फरमा रहे हैं। अपने इंस्टाग्राम चैनल पर एक युवक ने ऐसे ढेर सारे वीडियो अपलोड किए हैं।
एक वीडियो में इंस्टाग्राम चैनल वाला युवक दो पुलिस कर्मियों के बीच में बैठा है। इस वीडियो के बैकग्राउंड में एक ऑडियो बज रहा है, जिसमें आ रही आवाज में युवक खुद को वांटेड बता रहा है। ऐसे ही एक वीडियो में यह युवक अपने प्रतिष्ठान में एसओजी की टीम के साथ बैठा नजर आ रहा है और एसओजी को चाय-पानी करा रहा है। एक वीडियो में युवक एक चौकी प्रभारी को अपने प्रतिष्ठान से बाहर ले जाता और कार में बैठाता नजर आ रहा है। ऐसा ही एक वीडियो एक एसपी का भी वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में होमगार्ड भी आवभगत कराते नजर आ रहे हैं।
बता दें कि वर्दी में रील बनाने पर डीजीपी दीपम सेठ ने प्रतिबंध लगा रखा है। इसके इतर, रील में रौला दिखाने वाले वर्दीधारी अपने काम के प्रति उतने ही लापरवाह हैं। हाल में हुई घटनाओं पर नजर डाले तो छोटे-मोटे अपराधियों ने पुलिस के सामने चुनौती पेश की है। ये अपराधी घटनाओं को अंजाम देकर महीनों से फरार हैं और पुलिस इनका सुराग तक नहीं लगा सकी।
पुलिस कर्मियों के लिए बनी है इंटरनेट मीडिया पॉलिसी
अभी कुछ समय पहले तक पुलिस कर्मियों पर रील बनाने का भूत सवार था। हर दूसरा-तीसरा पुलिस वाला वर्दी पहनकर रील बनाता नजर आ रहा था। इन पुलिस कर्मियों में प्रदेश के कुछ नामचीन दरोगा और इस्पेक्टर भी शामिल हैं। जिसके बाद पुलिस विभाग ने पुलिस कर्मियों के लिए इंटरनेट मीडिया पॉलिसी बनाई। इसके तहत इंटरनेट मीडिया में वर्दी पहनकर रील बनाना न केवल अनुशासहीनता है बल्कि विभाग के नियमों के भी खिलाफ है।
अपराधियों में खौफ, जनता के प्रति अच्छा रखें बर्ताव
डीजीपी बनते ही दीपक सेठ ने स्पष्ट कर दिया था कि पुलिस कर्मी वर्दी में रील नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा था, जनता के साथ पुलिसकर्मी अच्छा बर्ताव करेंगे, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखेंगे कि अपराधियों में पुलिस का खौफ भी बना रहे। हालांकि इस निर्देश से पूर्व पुलिस की भद्द तब पिटी थी, जब पुलिस ने अपनी एक शार्ट फिल्म शूट के लिए एक अपराधी की कार का इस्तेमाल किया था। इसकी चर्चा हुई तो आनन-फानन में शूट से कार को हटा दिया गया था।
रम्बा मिली न प्रेम, हिरासत से भाग गया चोर
बीते वर्ष 27 नवंबर को मुखानी थाना क्षेत्र में चोरी की एक बड़ी घटना हुई। घटना शहर के प्रतिष्ठित कॉपी-किताब के कारोबारी दीपक अग्रवाल के घर हुई। घटना को नेपाल निवासी रम्बा ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। उसने नशीला जूस पिलाकर कारोबारी दंपति को बेहोश किया और माल समेट कर फरार हो गई। रम्बा और साथियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने देश के कई राज्य और नेपाल का कोना-कोना छान मारा, लेकिन नौकरानी बनकर कारोबारी के घर पहुंची रम्बा और उसके साथियों को पुलिस पकड़ नहीं पाई। इस मामले में एक सफलता तब मिली, जब पुलिस ने नेपाल निवासी प्रेम को गिरफ्तार किया। प्रेम चोरी की घटना में शामिल नहीं था, लेकिन उसे पता था कि रम्बा, रम्बा के साथी और चोरी का माल कहां है।
हालांकि पुलिस प्रेम को भी संभाल नहीं पाई। इसी वर्ष 21 फरवरी को प्रेम आरटीओ चौकी से फरार हो गया। उसने पुलिस कर्मियों को शौंच जाने का झांसा दिया और फिर लौट कर नहीं आया। अब ताजा मामला 18 फरवरी का है। ऊधम सिंह नगर में किच्छा के आरटीओ थाना पुलिस ने रोहित नाम के व्यक्ति को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया। उसे 26 जनवरी को उप कारागार हल्द्वानी लाया गया। पेट दर्द की शिकायत पर 18 फरवरी की रात 1 बजे उसे डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया और सुबह 8 बजे वह हथकड़ी से हाथ निकाल कर फरार हो गया।
अधिकारियों तक पहुंचा मामला, दनादन डिलीट हुए वीडियो
हल्द्वानी : जिस युवक ने पुलिस कर्मियों के साथ रील बनाई और वीडियो को अपने इंस्टाग्राम चैनल पर अपलोड किया, उसने कुछ ही मिनट में एक के बाद एक दर्जनभर से ज्यादा वीडियो डिलीट भी कर दिए। दरअसल, इस मामले को लेकर जब प्रदेश के आलाधिकारियों से बात की गई तो मामला जिला पुलिस तक पहुंचा। बताया जा रहा है कि एसएसपी ने इसको लेकर पुलिस कर्मियों को फटकार लगाई। जिसके बाद पुलिस कर्मियों के कहने पर इंस्टाग्राम वाले युवक ने एक के बाद एक सारे वीडियो दनादन डिलीट कर दिए।
पुलिस की वर्दी पहन रील बनाने पर प्रतिबंध है। इसको लेकर राज्य के सभी पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को पहले ही सचेत किया जा चुका है। वर्दी में रील बनाना अनुशासनहीता के दायरे में आता है। इसके बावजूद भी यदि कोई पुलिस कर्मी वर्दी में रील बनाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डॉ. नीलेश आनंद भरणे, पुलिस प्रवक्ता