– सेवा विस्तार के एवज में एक कर्मी से मांगी थी घूस, शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने रंगेहाथ दबोचा
District Sainik Welfare Officer arrested, DDC : एक सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी से सेवा विस्तार के एवज में घूस मांग रहा बागेश्वर का जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सलाखों के पीछे पहुंच गया। अधिकारी ने कर्मी ने कर्मी से सेवा विस्तार के एवज में 50 हजार रुपए की घूस मांगी थी और घूस की रकम के साथ अपनी सरकारी आवास (गेस्ट हाउस) में बुलाया था। पीड़ित की शिकायत पर विजिलेंस की ट्रैप टीम ने जाल बिछाया और उस वक्त गिरफ्तारी की जब वह पीड़ित से घूस ले रहा था।
उपनल कर्मी से सेवाविस्तार के एवज में मांगी थी घूस
सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर (विजिलेंस) हल्द्वानी के सीओ अनिल सिंह मनराल ने बताया कि शिकायतकर्ता ने कार्यालय में शिकायत की थी कि वह सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी है और उपनल के माध्यम से सैनिक कल्याण विभाग में कार्य करता है। उनका 11 महीने का अनुबंध होता है, जो 11 माह बाद बढ़ाना पढ़ता है। इसके लिए शिकायतकर्ता बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सुबोध शुक्ला के पास पहुंचे। आरोप है कि जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पीड़ित के 11 माह का सेवा विस्तार करने के एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी।
रिश्वत की रकम के साथ बुलाया था सरकारी गेस्ट हाउस में
उन्होंने बताया कि अधिकारी के खिलाफ की गई शिकायत की पहले गोपनीय जांच कराई गई और मामला सही पाया गया। जिसके बाद सीओ अनिल सिंह मनराल के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम गठित की गई। इधर, 24 मई को सुबोध शुक्ला ने पीड़ित को रिश्वत की रकम के साथ जिला कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के गेस्ट हाउस में बुलाया, उसी गेस्ट हाउस में जिसमें शुक्ला का आवास था। इसी दौरान विजिलेंस की ट्रैप ने छापा मार दिया और सुबोध शुक्ला को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोच लिया।
मध्य प्रदेश का रहने वाला है सेवानिवृत्त कर्नल शुक्ला
सीओ के मुताबिक, गिरफ्तार सुबोध शुक्ला मूल रूप से रामपुर, पोस्ट बिरसिंघपुर, पाली, बांधीगढ़ जिला उमरिया, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। वर्तमान में वह सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास कार्यालय बागेश्वर के गेस्ट हाउस में रह रहे थे। इस मामले में विजिलेंस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
निदेशक सतर्कता डॉ.वी.मुरुगेशन ने ट्रैप टीम को नगद पुरुस्कार की घोषणा की है। निदेशक ने जनता से अपील की है कि वह भ्रष्टाचारियों से न डरें और यदि कोई रिश्वत मांगता है तो टोल फ्री नंबर 1064 पर करें या व्हाट्सएप नंबर 94565 92300 पर संपर्क करें।