– 12 अगस्त को आरोपियों ने दिया था घटना को अंजाम, पंजाब भेजने का झांसा देकर दिल्ली से लाया था परिचालक
Gang rape in ISBT Dehradun, DDC : देश में बेटियां असुरक्षित हैं। कलकत्ता के नृशंस रेप एंड मर्डर केस के बाद उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से दिल दहला देने वाली खबर आई। यहां अंतर्राज्यीय बस अड्डे में बस के अंदर एक नाबालिग से गैंगरेप किया गया। पंजाब निवासी नाबालिग को झूठ बोलकर बस का परिचालक देहरादून ले आया था। जिसके बाद 3 चालक, एक परिचालक और एक कैशियर ने नाबालिग से गैंगरेप किया। मामले में पुलिस ने सभी आरोपी गिरफ्तार कर सरकारी बस को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है।
लड़की ने काउंसिलिंग में खोले राज
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बीती 17 अगस्त को बाल कल्याण समिति की सदस्य प्रतिभा जोशी ने पटेल नगर पुलिस थाने में तहरीर दी थी। उन्होंने बताया था कि बीती 12 अगस्त की देर रात आईएसबीटी में घूम रही पंजाब निवासी एक नाबालिक लड़की को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। लड़की ने काउंसलिंग में बताया कि बीती 12 अगस्त की रात को अंतर्राज्यीय बस अड्डा परिसर की एक बस में चार-पांच अज्ञात लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस पर पुलिस ने पॉस्को समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की।
पुलिस ने घटना के खुलासे के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले और दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर खुलासा हो गया। पुलिस ने घटना में शामिल पांचों आरोपियों धर्मेंद्र कुमार पुत्र यशपाल सिंह निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट हरिद्वार, देवेंद्र पुत्र फूलचंद निवासी चूडियाला हरिद्वार, रवि कुमार पुत्र दयाराम निवासी नवाबगंज, फर्रुखाबाद, राजपाल पुत्र स्व. किशन सिंह निवासी बुग्गावाला हरिद्वार और राजेश सोनकर पुत्र स्व. लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा देहरादून को गिरफ्तार किया है।
कश्मीरी गेट से लाया था परिचालक
पुलिस के मुताबिक देवेंद्र कुमार बस परिचालक है। वह बीती 12 अगस्त को बस संख्या यूके 07 पीए 5299 लेकर दिल्ली गया था। कश्मीरी गेट पर उसे एक नाबालिग लड़की मिली, जो पंजाब जाने वाली बस की जानकारी ले रही थी। इस पर देवेंद्र ने उसे देहरादून से पौंटा से होते हुए पंजाब का रूट बताते हुए बस में बैठा लिया।
जिसको बताया, उसने किया रेप
देहरादून आने के बाद जब सभी यात्री उतर गए तो उसने नाबालिग को रोक लिया और बस चालक धर्मेंद्र के साथ मिलकर नाबालिग से दुष्कर्म किया। फिर आसपास की खड़ी बसों के चालक राजपाल और रवि को बुलाया तो उन्होंने भी पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। वह कैश जमा करने गया और वहां मौजूद कर्मी राजेश को यह बात बताई। राजेश बाद में पहुंचा और उसने भी बलात्कार किया। बाद में सभी लड़की को बदहवास हालत में छोड़कर फरार हो गए। लड़की बस से उतर कर एक बेंच पर बैठ गई, जिसकी सूचना गार्ड ने बाल कल्याण समिति को दी। फिर समिति उसको अपने साथ नारी निकेतन ले गई।
पूर्व में भी घर से बिना बताए गई है नाबालिग
पुलिस ने जब नाबालिग के परिजनों से बात की तो पता चला कि वह पूर्व में भी कई बार वह घर पर बिना बताए कहीं भी चली जाती है। फिर इस तरह ही लोग उसकी जानकारी देते हैं, तो वे मौके पर पहुंचकर लड़की को वापस लाते हैं।