– शाम 6 बजे लगी आग, पानी से बुझाए नहीं बुझी और बीच में ही खत्म हो गया दमकल का फोम
Lisa factory burnt in Haldwani, DDC : शाम हल्द्वानी में बेलबाबा के पास जंगल से नजदीक बनी एक लीसा फैक्ट्री धधक उठी। आधे घंटे बाद पहुंची दमकल ने आग को काबू करने की कोशिशें शुरू हुईं, लेकिन आग ने ढाई घंटों में लीसा फैक्ट्री को जला कर राख करने के बाद ही बुझी। आग से हुए नुकसान और आग के कारणों का पता नहीं लगाया जा सका।
रामपुर रोड स्थित बेलबाबा मंदिर के पास उमेश चंद्र डालाकोटी की डालाकोटी पेंट्स एंड केमिकल के नाम से लीसा फैक्ट्री हाईवे है, जो हाईवे करीब दो मीटर अंदर स्थित है। बताया जाता है कि शाम पौने पांच बजे के करीब मजदूरों की नजर आग पर पड़ी। तब आग बेहद छोटी थी और मजदूरों ने खुद आग पर काबू करने की कोशिशें शुरू कर दीं। हालांकि बेहद ज्वलनशील लीसा कुछ ही मिनट में धधकने लगा।
बात हाथ से निकलने देख मजदूरों ने पास ही स्थित खड़िया फैक्ट्री में इसकी सूचना दी। खड़िया फैक्ट्री से गई सूचना के बाद करीब पौने 7 बजे के करीब दमकल के दो वाहन मय फोम टेंडर के साथ मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में आग को काबू करने का सबसे कारगर फोम और दमकल के दोनों वाहनों का पानी खत्म हो गया।
बेकाबू आग की सूचना पर सीएफओ गौरव किरार, सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेई, एसडीएम पारितोष वर्मा, एसपी क्राइम हरबंस सिंह और कोतवाल उमेश मलिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जिसके बाद दो फोम टेंडर हल्द्वानी, एक फोम टेंडर रुद्रपुर और दो फोम टेंडर रामनगर दमकल से मंगाए गए। दमकल वाहनों की पानी की आवश्यकता विंध्यवासिनी से पूरी हुई। हालांकि इस वक्त आग इतनी भयावह हो चुकी थी कि उसके करीब पहुंच पाना भी मुश्किल था। दमकल ने दूर से ही आग को काबू करने की कोशिश की और आग तब बुझी जब पूरी की पूरी लीसा फैक्ट्री जलकर जमींदोज हो गई।
“हमें शाम करीब 6 बजकर 20 मिनट पर डायल 112 से आग की सूचना मिली थी। जिसके बाद फौरन की टीम को मौके पर रवाना किया गया और रामनगर व रुद्रपुर से भी फोम टेंडर मंगाए। आग लगने के कारण और हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।“
-गौरव किरार, मुख्य अग्निशमन अधिकारी
18 गाड़ियां, 200 लीटर फोम ने साढ़े 3 घंटे में बुझाई आग
शाम पांच बजे से शुरू हुई आग को काबू करने की कोशिश में साढ़े तीन घंटे लग गए। रात साढ़े 8 बजे के करीब आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। इसके लिए दमकल की 18 गाड़ियों ने लीसा फैक्ट्री पर पानी डाला और 200 लीटर फोम का इस्तेमाल किया। घटनास्थल के पास स्थित विंध्यवासिनी स्टोन क्रशर के हाईड्रेंट से 12 बार दमकल वाहनों को भरा गया। तब जाकर आग काबू हुई।
आग के पास था शराब का गोदाम और खड़िया फैक्ट्री
दमकल को पहले सूचना मिली थी घटना स्थल के पास रिहायशी इलाका है और वो आग की चपेट में आ सकता है। टीम मौके पर पहुंची तो पता लगा कि लीसा फैक्ट्री के सबसे नजदीक खड़िया फैक्ट्री थी। जिसके जरिये आग की सूचना दमकल तक पहुंची। लीसा फैक्ट्री से करीब सौ कदम की दूरी पर शराब का गोदाम था, जो सबसे बड़ी परेशानी का सबब था। क्योंकि आग यहां तक पहुंचने के बाद बेकाबू हो जाती।