– अलीगढ़ पुलिस का दरोगा वाहन चोरों का रिमांड लेने गया था रिमांड मजिस्ट्रेट न्यायालय
judge reprimanded the inspector, DDC : भारतीय पुलिसिंग के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जहां एक दरोगा ने मजिस्ट्रेट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले एक दारोगा जज के दुर्व्यवहार इस कदर आहत हुआ कि जान देने रेलवे ट्रैक पर बैठ गया। राहत की बात सिर्फ इतनी रही कि ट्रेन के पहुंचने से पहले साथी और सीनियर पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए। घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। दरोगा ने जज के खिलाफ तहरीर दे दी है।
जज बोले, फर्जी अभियुक्तों को लेकर आए हो
जानकारी के अनुसार अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी में सचिन कुमार उपनिरीक्षक के पद पर तैनात हैं। सचिन का कहना है कि बीते दिन वह पांच बाइक चोरों को लेकर न्यायालय में रिमांड मजिस्ट्रेट न्यायालय में गए थे। चोरों से सात बाइकें भी बरामद हुई थीं। जज साहब 5 बजे न्यायालय में आए। इसके बाद उनके द्वारा रिमांड हेतु सभी अभिलेख प्रस्तुत करते हुए याचना की गई, लेकिन जज साहब भड़क गये और बोले फर्जी अभियुक्तों को लेकर आए हो।
हर 10 मिनट में लगाई फटकार
सचिन का आरोप है कि जज साहब ने 10 बजे तक उन्हें अदालत में रोके रखा। हर 10 मिनट बाद उसे फटकार लगाई और कहा कि मुल्जिमों को फर्जी पकड़कर लाए हो। जज की अभद्रता और धमकियों से आहत होकर वह अपनी आत्महत्या के लिए रेलवे ट्रैक पर जा पहुंचा और पटरियों पर बैठ गया। जानकारी थाने की पुलिस को हुई तो पुलिसकर्मी दौड़े-दौड़े रेलवे ट्रैक पर पहुंचे। यहां उन्होंने सचिन कुमार को समझा-बुझाकर शांत किया और वापस ले गये।
“दरोगा की ओर से न्यायिक अधिकारी के खिलाफ तहरीर प्राप्त हुई है। इस मामले को लेकर जिला जज से मुलाकात कर पूरी जानकारी दी है। जिला जज ने लिखित में पूरी जानकारी मांगी है।” – संजीव सुमन, एसएसपी