– करीब 5 दशक पहले नेहरू के करीबी माने जाने वाले शंकर ने बनाया था कार्टून और 2012 में कांग्रेस के कार्यकाल में NCERT ने 11वीं की पुस्तक में प्रकाशित किया
Cartoon of Nehru beating Ambedkar, DDC : वर्तमान में भाजपा सरकार में होम मिनिस्टर अमित शाह के संसद में दिए भाषण के दौरान भीमराव आंबेडकर से संबंधित टिप्पणी को लेकर हंगामा हो रहा है। कांग्रेस, सपा, आम आदमी पार्टी और उद्धव ठाकरे समेत कई दल उन पर अम्बेडकर के अपमान का आरोप लगा रहे हैं। वहीं खुद अमित शाह ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों का सामना किया और मीडिया से बातचीत में तथ्यों को गलत ढंग से पेश करने का आरोप लगाया है। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही अम्बेडकर के खिलाफ थी और आरक्षण के भी विरोध में रही। लेकिन वह मेरे भाषण के एक हिस्से को गलत ढंग से पेश कर रही है। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर कांग्रेस के अम्बेडकर विरोध की 4 घटनाएं गिनाईं। दरअसल, कांग्रेस और भीमराव आंबेडकर के बीच का रिश्ता उतार-चढ़ाव भरा ही था। आंबेडकर के जीवन के आखिरी दिनों में तो कांग्रेस उनके खिलाफ ही थी।
घोंघे पर बैठे अम्बेडकर पर चाबुक चलाते दिखाया
डॉ भीमराव राव अम्बेडकर और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बीच तल्खी जगजाहिर है। दोनों की तल्खी से जुड़ा एक कार्टून वर्ष 2012 में विवाद की वजह बना। तब कांग्रेस की सरकार थी। ये कार्टून जाने-माने कार्टूनिस्ट शंकर ने बनाया है, जिसमें नेहरू को हाथ में एक चाबुक लिए हुए दिखाया गया है और वह एक घोंघे पर बैठे अंबेडकर का पीछा कर रहे हैं।
पांच दशक पहले बना था कार्टून
इस कार्टून में नेहरू अंबेडकर से संविधान पर काम में तेजी लाने के लिए कह रहे हैं। उस कार्टून के नीचे लिखा है कि संविधान बनने में तीन साल लगे तो संविधान सभा को इसका मसौदा तैयार करने में इतना समय क्यों लगा? ये कार्टून लगभग पांच दशक पहले बना था।
कांग्रेस को मांगनी पड़ी थी माफी
यह कार्टून राष्ट्रीय शैक्षिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान परिषद [NCERT] की पुस्तक में प्रकाशित किया गया। कक्षा-11 में पढ़ाई जाने वाली राजनीति शास्त्र की किताब में अंबेडकर के आपत्तिजनक कार्टून को प्रकाशित किया गया था। बच्चों को यह कार्टून पढ़ाया और दिखाया गया। वर्ष 2012 में इस कार्टून पर संसद में जमकर हंगामा हुआ था। तब कांग्रेस की सरकार थी और हंगामा करते विपक्ष ने मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल के इस्तीफे की मांग भी की थी। बाद में सरकार को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन के साथ इसके लिए माफी भी मांगनी पड़ी।
कार्टून बनाने वाले को पद्म भूषण, पद्म विभूषण
एनसीईआरटी की किताब में छपे नेशनल चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट के इस कार्टून में अंबेडकर को घोंघे पर बैठा दिखाया गया है। उनके पीछे पंडित जवाहर लाल नेहरू उन पर चाबुक चलाने की मुद्रा में खड़े हैं। शंकर के नाम से मशहूर कार्टूनिस्ट केशव शंकर पिल्लै ने 1950 के करीब बनाया था। इसके जरिये यह संदेश देने की कोशिश की गई थी कि संविधान निर्माण में जो देरी हुई और करीब तीन साल का वक्त लगा, उसके लिए अंबेडकर जिम्मेदार हैं। सरकार ने शंकर को 1956 में पद्मश्री, 1966 में पद्म भूषण और 1977 में पद्म विभूषण से नवाजा था। शंकर को नेहरू का करीबी भी माना जाता था।