– होटल बुकिंग से लेकर मंदिर में दर्शन तक के लिए होने वाले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से क्रिमिनल बना रहे मौका
Chardham Yatra Fraud, DDC : डिजिटल इंडिया में डिजिटल क्राइम नई चुनौती है। तरह-तरह से लोगों की गाढ़ी कमाई उनके बैंक खातों से खाली करने वाले साइबर क्रिमिनल की नजर अब बाबा केदार समेत चारधाम जाने वाले भक्तों की जेब है। होटल बुकिंग से लेकर मंदिर में होने वाले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को साइबर क्रिमिनल मौके की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। इस वर्ष अभी तक साइबर क्रिमिनल ने कामयाब तो नहीं हुए, लेकिन उनकी कोशिशों की कहानियां सुनाई देने लगी हैं। पुलिस अब लोगों को जागरुक करने में जुट गई है।

केदारनाथ धाम के कपाट मई से खुल जाएंगे। इससे पहले अक्षय तृतीया पर बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खुल जाएंगे। केदारनाथ पहुंचने वाले ज्यादातर भक्त बद्रीनाथ, गंगोत्री धाम, यमुनोत्री धाम के साथ हेमकुंड साहिब की यात्रा और दर्शन करते हैं। यहां पहुंचने वालों भक्तों की संख्या लाखों तक पहुंच जाती है और ये भारी भीड़ साइबर क्रिमिनल के लिए एक मौके की तरह होती है। यात्रा शुरु होने से पहले ही तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तमाम लुभावने विज्ञापन दिखने शुरू हो जाते हैं।
ऐसे विज्ञापनों में सस्से होटल, सस्ते टूर पैकेज, सस्ती टैक्सी जैसे प्रलोभन दिए जाते हैं। साइबर क्रिमिनल केदारनाथ के लिए उड़ने वाले हेली सेवा के नाम भी फ्रॉड का जाल बिछा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है हेली सेवा की बुकिंग करते समय उसकी आधिकारिक वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in पर क्लिक करें। होटल आदि की बुकिंग करते समय भी यह जांच लें कि आप सही जगह क्लिक कर रहे हैं या नहीं। पुलिस के मुताबिक कुमाऊ के पांच जिलों से अब तक ऐसे 10 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें नैनीताल जिले से 5, ऊधम सिंह नगर में 2 और अल्मोड़ा, चम्पावत व पिथौरागढ़ से एक-एक मामला सामने आया है।

चारधाम के नाम पर ये है ठगी का तरीका
पर्यटन सीजन लगभग शुरू हो चुका है। साइबर क्रिमिनल चारधाम यात्रा के नाम पर लोगों से ठगी करने के लिए मुफ्त सुविधाओं तक का झांसा दे रहे हैं। इसके लिए अपराधी पंजीकरण का सहारा ले रहे हैं। पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरी करने के नाम पर ओटीपी भेजा जाता है। ऐसे यदि आप ओटीपी शेयर करते हैं तो पल भर में खाता खाली हो जाएगा। जरूरी है कि ऐसे में तुरंत टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करें। जितनी जल्दी कॉल करेंगे, ठगी गई रकम वापसी की संभावनाएं उतनी ज्यादा होंगी।

लिंक खोलते ही हैक हो जाएगा मोबाइल
ठग ठगी के लिए एक और तरीके का इस्तेमाल करते हैं और इस तरीके से लोगों को फंसाना बेहद आसान होता है। ये तरीका है लिंक फ्रॉड का। साइबर क्रिमिनल सेवन स्टार, फाइव और थ्री स्टार वाले होटल, रेस्त्रां और रिजॉर्ट की लिंक शेयर करते हैं। ये फर्जी लिंक होते हैं, लेकिन इतने प्रलोभन के साथ कि आप लिंक पर बिना क्लिक किए रह नहीं पाते। लिंक पर क्लिक करते ही आपके मोबाइल फोन का एक्सेस साइबर क्रिमिनल के पास चला जाता है और बैंक खाता चंद सेकेंड में खाली हो जाता है।

साइबर क्राइम के खिलाफ सोशल मीडिया का सहारा
लोगों को साइबर क्राइम से बचाने के लिए पुलिस से आईजी रिधिम अग्रवाल के निर्देश पर 26 मार्च से 9 अप्रैल तक 15 दिवसीय अभियान चलाया। इस दौरान सोशल मीडिया पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया है। नैनीताल पुलिस की महिला कांस्टेबल हेमा ऐठानी के बनाए पोस्ट खासा पसंद भी किए गए। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने भी लोगों से अपील है कि जहां भी सस्ता और प्रलोभन भरा ऑफर दिखे तो सतर्क हो जाएं। यदि फिर भी ठगी का शिकार होते हैं तो बिना समय गंवाए पुलिस को बताएं।