– बेलगाम संवेदनहीन एक एंबुलेंस चालक ने 300 मी.जाने के लिए 1000 और दूसरे ने वसूले 600 सौ रुपये
Robbers of Haldwani Ambulance, DDC : मौत के बाद सौदेबादी और मुनाफे का धंधा हल्द्वानी में खूब फल-फूल रहा है। मौत पर मुनाफाखोरी की ये कहानी सुनेंगे तो आप भी चौंक जाएंगे, जहां किस कदर एक तीमारदार की बेचारगी का फायदा उठाया जाता है। किसी अपने को मौत के मुंह मे जाने से बचने के लिए उसे हर कोई लुटता है। पहले अस्पतल वाले और फिर एम्बुलेंस वाले। यकीन नही होगा आपको कि एम्बुलेंस चालक ने 1 किमी से भी कम दूरी के एवज में एक परिवार से 1000 रुपये ऐंठ लिए। जिसके बाद एक और एम्बुलेंस वाले ने उन्हें लुटा।
STH के पीछे भर्ती था सड़क हादसे में घायल भगत
ताजा मामला एक सड़क हादसे से जुड़ा है। कालाढूंगी-हल्द्वानी रोड पर चकलुवा के पास एक कार और मोटर साइकिल की भिड़ंत हो गई। हादसे में विदरामपुर चकलुवा निवासी भगत सिंह मेहता गंभीर रुप से घायल हो गए। भगत को एक निजी चिकित्सालय भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंचे परिजन भगत को एसटीएच के पीछे आईटीआई रोड स्थित एक निजी चिकित्सालय ले गए।
प्राइवेट हॉस्पिटल के हाथ से निकली बात तो STH रेफर किया
हालत बेहद नाजुक होने पर उन्हें डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय रेफर कर दिया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक के जीजा जगत सिंह ने बताया कि आईटीआई रोड कैंसर हॉस्पिटल चौराहा स्थित चिकित्सालय से डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय की दूरी एक किलो मीटर से भी कम थी। बावजूद इसके एंबुलेंस चालक ने सुशीला तिवारी चिकित्सालय ले जाने के लिए 1000 रुपये ले लिए। जबकि उक्त प्राइवेट अस्पताल STH के पीछे ही है। शायद ई रिक्शा वाले इन्हें 20-50 रुपये में पंहुचा देता।
STH से पोस्टमार्टम हाउस का किराया 600 रुपये वसूला
सुशीला तिवारी अस्पताल में पहुंचते ही चिकित्सक ने भगत के मौत की पुष्टि कर दी। जिसके बाद शव मोर्चरी ले जाने के लिए कहा गया। पीड़ित परिवार एक बार फिर एंबुलेंस तलाशने निकला। डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय से मॉर्चरी की दूरी एक किली मीटर से भी कम है। बावजूद इसके एंबुलेंस चालक ने उनसे 600 रुपये ले लिए।
15 किमी तक 800 रुपये है एंबुलेंस का किराया
आरटीओ नंद किशोर ने बताया कि ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ नॉन एसी एंबुलेंस का किराया 800 रुपये 15 किलोमीटर की परिधि में है। इससे अधिक दूरी होने पर 18 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से किराया लिए जाने का नियम है। इस मामले की शिकायत उन तक नहीं पहुंची है। जल्द ही एंबुलेंस के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा।