– दमुवाढूंगा में बरसाती नाले पर नींव भरकर ले लिया योजना का लाभ, मामला खुला तो की जाने लगी लीपापोती
Scam in PM Awas Yojana Haldwani, DDC : हल्द्वानी के दमुवाढूंगा में बरसाती नाले पर अवैध रूप से पहले मकान बनाया और फिर अधिकारियों व स्थानीय नेताओं की मिलीभगत से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ले गया। नजूल भूमि पर पीएम आवास योजना के लाभ लेने का खुला तो पहले लीपापोती की जाने लगी, लेकिन मामले ने तूल पकड़ा तो प्रशासन हरकत में आ गया। हल्द्वानी नगर निगम के नगर आयुक्त विशाल मिश्रा ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और सप्ताह भीतर आख्या पेश करने को कहा है।
जवाहर ज्योति वार्ड 37 काठगोदाम में बरसाती नाले के पास 6 से 7 मकान बने हैं। जिसमे से एक मकान का निर्माण केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना से हो रहा था। इसके लिए बकायदा निर्माणाधीन मकान के बगल में बने मकान की दीवार पर लाभार्थी गंगा देवी पत्नी चंदन राम का नाम और योजना की जानकारी चस्पा की गई थी। लाभार्थी को योजना का लाभ नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम से दिया गया। जिसकी पहली और दूसरी किश्त की धनराशि भी जारी कर दी गई।
मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि पहले तो नजूल की जमीन और वो भी नाले पर। उस पर मकान की सिर्फ नींव भरी गई और उसी नींव पर लाभार्थी को योजना की दो किश्तें जारी कर दी गईं। मामला उछला तो नगर निगम के अधिकारियों और लाभार्थी में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लाभार्थी ने बगल के मकान में चस्पा योजना से संबंधित जानकारी पर सफेद पेंट कर उसे मिटा दिया। इस मामले की शिकायतकर्ता मनोज गोस्वामी ने नगर आयुक्त से की। जिसके बाद मंगलवार को नगर आयुक्त ने सहायक नगर आयुक्त सरिता राणा को जांच कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
निगम अधिकारियों की भूमिका भी है संदिग्ध
बरसाती नाले की जमीन पर गलत तरीके से मकान बनाने और उसपर पीएम आवास योजना का लाभ लेने के मामले में नगर निगम के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। ऐसा इसलिए कि जब लाभार्थी ने योजना का लाभ लेने के लिए नगर निगम में आवेदन किया तो संबंधित अधिकारियों ने बिना जमीन की जांच पड़ताल किए कैसे आवेदन स्वीकार कर लिया। हैरानी की बात है कि मकान का निर्माण सिर्फ बुनियाद तक ही हुआ है, जबकि लाभार्थी को योजना के तहत पहली और दूसरी किश्त भी जारी कर दी है।
दमुवाढूंगा में भूमाफिया सक्रिय, अब मची हलचल
दमुवाढूंगा क्षेत्र में पिछले कुछ समय से भूमाफिया सक्रिय हैं। इन भूमाफियाओं ने दमुवाढूंगा खाम, जवाहर ज्योति आदि क्षेत्रों में कई जगह वन भूमि पर अवैध तरीके से कब्जा किया हुआ है। जिसे यह प्लाटिंग कर मोटे दामों में बेच रहे हैं। चर्चा है कि भूमाफिया जमीन को मात्र 100 और 500 रुपये के स्टाम्प पेपर पर बेच देते हैं। इनके सबसे ज्यादा शिकार मेहनत मजदूरी करने वाले लोग हैं, जो इनके झांसे में आकर फंस जाते हैं।
15 फीट तक पाट दिया है बरसाती नाला
दमुवाढूंगा में जिस बरसाती नाले पर पीएम आवास योजना से मकान का निर्माण हो रहा है। उस नाले की जमीन पर कब्जेदारों ने करीब 15 फीट तक पाट दिया है। जिससे नाले का आकार आधे से भी कम रह गया है। हैरानी की बात ये है कि इसकी भनक न तो वन विभाग को है और न ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को है। सब कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं। बीते वर्ष इसी बरसाती नाले ने दमुवाढूंगा में भारी तबाही मचाई थी। इसके बावजूद नाले पर कब्जा कर मकान बनाने का खेल जारी है।