– धनंजय गिरी ने भाई के साथ मिलकर साढ़े 3 करोड़ से अधिक की ठगी को दिया अंजाम
Haldwani’s fraudster Dhananjay Giri, DDC : हल्द्वानी के मशहूर जालसाज और प्रॉपर्टी की आड़ में ठगने वाले धनंजय गिरि का एक और बड़ा कारनामा सामने आया है। धनंजय के इस कारनामे में उसका भाई मुन्ना गिरि भी शामिल है। ताजा मामले में जालसाज सगे भाइयों ने करोड़ों रुपये की जालसाजी की और फरार हो गया। हालांकि कुछ माह पहले ही 6 साल से फरार चल रहे धनंजय को गिरफ्तार किया गया था। धनंजय पर पूर्व में भी धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं।
एक बार फिर जमीन की आड़ में बिछाया जाल
आनंद भवन बद्रीपुरा हल्द्वानी निवासी सौरभ टंडन ने हल्द्वानी कोतवाली पुलिस को बताया कि मार्च 2023 में धनंजय गिरि निवासी सुभाष नगर गोविंदपुरा हल्द्वानी को उसके पिता दीपक टंडन ने कमलुवागांजा गौड़ में स्थित जमीन बेची थी। जिसका लंबे समय तक धनंजय ने भुगतान नहीं किया। धनंजय ने अपने भाई मुन्ना गिरी की पीएनबी से ली गई क्रेडिट लिमिट को समाप्त करने के लिए रुपये मांगे और इसके एवज में पीड़ित को भुगतान का भरोसा दिया। धनंजय ने पनचक्की चौराहे पर खुद का 3240 वर्ग फीट प्लाट बताकर पीड़ित से और पैसे मांगे। कहा, पैसे मिलने के बाद उसकी बैंक से क्रेडिट लिमिट समाप्त हो जाएगी और वह प्लाट बेचकर भुगतान कर पाएगा।
3 करोड़ 70 लाख से अधिक की हुई ठगी
भरोसे में लेकर 1,26,50,000 रुपये ले लिए, पीड़ित के नाम प्लाट की रजिस्ट्री नहीं की। पीड़ित ने पैसे मांगे तो जालसाज धनंजय ने हल्द्वानी में एक और जमीन का झांसा देकर रुपये मांग लिए। पीड़ित फिर उसके झांसे में आ गया और कुल 3,83,03,111 रुपये धनंजय को दे दिए। पीड़ित ने जब दबाव बनाया तो 12.20 लाख तो वापस कर दिए, लेकिन बकाया 3,70,83,111 रुपये धनंजय ने नहीं लौटाए। कोतवाल राजेश यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर धनंजय गिरि और मुन्ना गिरि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इधर गिरफ्तारी और उधर मिली जमानत
24 मई 2024 को एक टेंडर की रकम जमा करने आए धनंजय को रामपुर रोड से गिरफ्तार किया गया था। धनंजय गिरि के खिलाफ साल 2019 और 2021 में हल्द्वानी कोतवाली में हल्द्वानी निवासी अब्दुल हई और उमा पीतांबर ने चेक बाउंस और लाखों की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी के खिलाफ जजी कोर्ट से चार बार गैर जमानती वारंट जारी हो चुका था। गिरफ्तारी के बाद जजी कोर्ट से उसे जमानत मिल गई थी।