– हत्यारोपी महिला के बुजुर्ग से थे अवैध संबंध, अश्लील वीडियो बनाकर दंपति करना चाहता था ब्लैकमेल
Shyamlal murdered in Dehradun, DDC : अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग की नाकाम साजिश रचने वाले दंपति ने एक बुजुर्ग की गलाघोंट कर हत्या की और फिर शव के टुकड़े-टुकड़ेकर नहर में फेंक दिया। देहरादून के पटेलनगर थाना क्षेत्र में यह घटना 2 फरवरी को घटी और बुजुर्ग के शव को 18 दिन बाद 20 फरवरी को एक नहर से बरामद किया गया। घटना में फरार दंपति पर पुलिस ने 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। शहर-दर-शहर पुलिस के बचते फिर रहे इमानियां दंपति को पुलिस ने आखिरकार पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस आरोपी महिला के भाई व भाई के बहनोई को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस के मुताबिक बीती 7 फरवरी को पीठावाल चंद्रमणी पटेलनगर देहरादून निवासी निधि राठौर पुत्र श्याल लाल पटेलनगर पुलिस के पास पहुंची। बताया कि 2 फरवरी को उनके पिता श्याम लाल अपनी मोटर साइकिल लेकर घर से निकले थे, लेकिन लौट कर नहीं आए। पुलिस ने जांच शुरू की और मामला अपहरण में दर्ज किया। श्यामलाल के घर व आस-पास मार्गों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। श्यामलाल घर से किशननगर चौक होते हुए एक महिला गीता के घर तक जाते दिखे, लेकिन फुटेज में उनकी वापसी नजर नहीं आई।
पुलिस को गीता पर शक हुआ और जब दबिश देने गीता के पहुंची तो वह फरार हो चुकी थी। पता लगाकि वह यहां अपने पति के साथ रहती थी। सर्विलांस की मदद से दो संदिग्धों के नाम सामने आए, जिनकी गीता से फोन पर बात हुई थी। इसमें एक गीता का भाई देवबंद सहारनपुर निवासी अजय कुमार पुत्र रामपाल और अजय के बहनोई कैलाशपुर कालोनी देवबंद सहारनपुर निवासी धनराज चावला पुत्र संजय चावला थे। पुलिस ने पहले अजय औप फिर धनराज को गिरफ्तार किया। अजय ने बताया कि 2 फरवरी को उसने गीता, गीता के पति हिमांशु चौधरी और बहनोई धनराज के साथ मिलकर श्याम लाल की हत्या की और शव के टुकड़े कर देवबंद स्थित साखन की नहर में फेंक दिया।
अब पुलिस को गीता, उसके पति हिमांशु और श्यामलाल के शव की तलाश थी। 20 फरवरी को पुलिस ने सहारनपुर के बडगांव थाना क्षेत्र स्थित साखन की नहर से शव बरामद किया। इधर, पुलिस की दूसरी टीमें गीता और हिमांशु की तलाश में राजस्थान, जयपुर, कोटा, दिल्ली आदि स्थानों पर दबिशें दे रही थी। दोनों के लगातार फरार चलने पर एसएसपी देहरादून ने दंपति 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि फरार दंपति पंजाब से अमृतसर में दुबके हैं। पुलिस ने बिना समय गंवाए दोनों को अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया।
श्यामलाल संग 12 साल से थे गीता के अवैध संबंध
गिरफ्त में आई गीता ने पुलिस को बताया कि श्यामलाल के साथ पिछले 12 साल से उसके अवैध संबंध थे। इसी अवैध संबंध के चलते उसे अपने पहले पति से अलग रहना पड़ा। वह पिछले 3 साल से अपनी बेटी के साथ रह रही थी। मई 2024 में उसने हिमांशु चौधरी से मंदिर में शादी कर ली। हिमांशु देहरादून से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था तथा बार-बार ड्राप आउट हो रहा था। जिसके चलते उसकी पढ़ाई पर काफी खर्चा हो गया था। पैसों की तंगी को पूरा करने के लिए दोनों ने श्यामलाल की गीता संग अश्लील वीडियो बनाकर पैसे ऐंठने की षड्यंत्र रचा।
श्यामलाल ने शोर मचाना बंद नहीं किया तो घोंटा गला
योजना के तहत अभियुक्तों ने किशननगर एक्स्टेंशन में अपने किराए के कमरे से थोड़ी दूरी पर एक अन्य कमरा किराए पर लिया। 2 फरवरी को गीता ने श्यामलाल को फोन कर किराए पर लिए गए दूसरे कमरे में बुलाया। कमरे वीडियो बनाने के लिए हिमांशु पहले से छिपा था। श्यमालाल कमरे में पहुंचे तो उन्हें दोनों की योजना की भनक लग गई और वह मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगे। गीता और हिमांशु ने श्यामलाल को बांधकर काबू करने का प्रयास किया, लेकिन श्यामलाल चिल्लाना जारी रखा। जिस पर दोनों ने उसका मुंह बंद किया और गला दबाकर हत्या कर दी।
खून जम जाने के बाद किए शव के टुकड़े
हत्या के बाद दोनों ने शव को कमरे में छोड़ दिया और गीता ने अपने भाई अजय और उसके बहनोई धनराज को देहरादून बुलाया। 4 फरवरी को दोनों देहरादून पहुंच गए। चूंकि हिमांशु एमबीबीएस का छात्र था तो उसे पथा कि अगर शव को एक-दो दिन छोड़ दिया जाए तो खून जम जाएगा। जिसके बाद शव के टुकड़े किए जा सकते हैं और खून भी नहीं फैलेगा। चारों ने मिलकर श्यामलाल के शव के अलग-अलग टुकड़े किए और फिर उन्हें रप्लास्टिक के अलग-अलग कट्टों में पैक कर दिया। धनराज वाहन में घरेलू सामान के साथ टुकड़ों को रखकर देहरादून से देवबंद ले गए और साखन की नहर में फेंक दिया।
पांच राज्यों में काटी फरारी, बाइक प्लॉट में खड़ी की
हिमांशु ने बताया कि शव ठिकाने लगाने के साथ श्यामलाल की बाइक को उसने आईएसबीटी के पास सड़क किनारे एक खाली प्लॉट में खड़ी कर दी, ताकि पुलिस गुमराह हो जाए। उसने बाइक की नंबर प्लेट को उखाड़कर कबाड में फेंक दी। देवबंद से लौट कर हिमांशु रुड़की आ गया। जहां से वह गीता के साथ पहले मुम्बई फिर जयपुर, प्रयागराज, कुरूक्षेत्र होते हुए अमृतसर में छिप गया। हिमांशु चौधरी पुत्र सतीश मूलरूप से नई बस्ती सुनहरा रोड रुड़की हरिद्वार का रहने वाला है। पुलिस टीम में पटेलनगर थानाध्यक्ष प्रदीप सिंह राणा, इंस्पेक्टर योगेश दत्त, एसआई देवेश खुगशाल, दीनदयाल, एएसआई विजय प्रताप, एसओजी प्रभारी विनोद गुसांई, एसआई विनोद राणा, कुन्दन राम आदि थे।