– 25 अप्रैल को एसआई बबीता और सिपाही आकाश, 28 अप्रैल को एसआई नरेंद्र कुमार और सिपाही सुनील कुमार और 29 अप्रैल को सिपाही हरीश चंद्र व चंद्र प्रकाश निलंबित
SSP suspended, DDC : उत्तराखंड के नैनीताल जिले में तैनात लापरवाह और गैरजिम्मेदार पुलिस कर्मियों पर एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा का एक्शन लगातार जारी है। पिछले चार दिनों में दो दरोगा और यातायात के दो सिपाही लापरवाही का खामियाजा भर चुके हैं। अब पांचवें दिन दो और सिपाहियों पर निलंबन की गाज गिरी है। दोनों न सिर्फ लापरवाह थे, बल्कि अधिकारियों के निर्देशों की लगातार अनदेखी कर रहे थे। एसएसपी ने ऐसे कर्मियों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
एसएसपी के मुताबिक मंगलवार को ड्यूटी के दौरान अनुशासनहीनता, लापरवाही और उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट नहीं करने वाले दो सिपाहियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। खनस्यूं थाने में तैनात कांस्टबेल हरीश चंद्र उच्चाधिकारियों के निर्देशों के बावजूद ड्यूटी नही जा रहा था। जानबूझकर वह अधिकारियों के निर्देशों का अनदेखी कर रहा था।
इसके अलावा हल्द्वानी कोतवाली में तैनात कांस्टेबल चंद्र प्रकाश जोशी भी ड्यूटी पर लापरवाह था। ड्यूटी में रहते हुए वह अस्पताल से प्राप्त सूचना मेमो पर कार्रवाई नही कर रहा था और न ही इसकी जानकारी अधिकारियों को दे रहा था। एसएसपी ने दोनों को निलंबित करते हुए सभी को इमानदारी से ड्यूटी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि लापरवाही पाए जाने पर किसी को बक्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि इससे पहले 25 अप्रैल को एसएसपी ने तल्लीताल थाने में तैनात रहीं एसआई बबीता को निलंबित कर दिया था। वो भी ड्यूटी के दौरान गायब थीं। इसी दिन हल्द्वानी यातायात सेल में नियुक्त कांस्टेबल आकाश कुमार को निलंबित किया गया। आकाश राजपुरा क्षेत्र में घटित एक धार्मिक प्रकरण में एक पक्ष का समर्थन कर रहा था, जिसकी अगुवाई उसका भाई कर रहा था। भाई का साथ देने के लिए वह ड्यूटी छोड़कर हल्द्वानी कोतवाली पहुंच गया था।
28 अप्रैल को उन्होंने राजपुर चौकी प्रभारी रहे नरेंद्र कुमार और पुलिस लाइन के मुख्य गेट पर ड्यूटी में तैनात सिपाही सुनील कुमार को निलंबित किया था। एसआई नरेंद्र 27 अप्रैल को हल्द्वानी कोतवाली के नाइट अफसर थे। इस रात एक आत्महत्या हुई, लेकिन यह सूचना उन्होंने अधिकारियों तक नहीं पहुंचाई। इसके अलावा सिपाही सुनील कुमार ड्यूटी से गायब थे। उन्हें पहले भी सीओ और पुलिस लाइन के आरआई कई बार समझा चुके थे और चेतावनी दे चुके थे।