– हादसे की कहानी से खुद को निकालने के लिए कार चालक ने रचा शातिराना षड्यंत्र
Accident with car of Transport Corporation officer, DDC : परिवहन निगम के अधिकारी की कार से कुचल कर चोरगलिया थानाक्षेत्र के गौलापार निवासी काश्तकार की मौत हो गई। कार चालक नशे में चूर बेहद तेज रफ्तार से कार चला रहा था। इस मामले में पुलिस ने कार नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस घटना का सीसीसीटी फुटेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच कर रही है।
सड़क पर टक्कर, उछल कर गिरे नहर में
कुंवरपुर गौलापार निवासी गिरीश चंद्र गरजौला बीती 9 मार्च की रात घर के बाहर सड़क किनारे खड़े थे। तभी हल्द्वानी से चोरगलिया की ओर जा रही तेज रफ्तार कार संख्या यूके 07 बीयू 1418 ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर से वह नहर में जा गिरे और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गिरीश के परिजन प्रकाश चंद्र गजरौला के मुताबिक घटना करने वाली कार परिवहन निगम के अधिकारी की थी।
दो घंटे तक बार में शराब पी, फिर दौड़ाई कार
प्रकाश के पास घटना से जुड़े तमाम सीसीटीवी फुटेज हैं। परिजनों का दावा है कि कार परिवहन निगम का अधिकारी ही चला रहा था। पहले उसने कुछ लोगों के साथ बार में शराब पी। फिर कार लेकर टनकपुर के लिए निकला। घटना के बाद वह एक होटल में पहुंचा। यहां उसने रात गुजारी। होटल के विजिटर रजिस्टर में उसने गलत जानकारी दर्ज कराई, ताकि यह साबित हो सके कि घटना के वक्त वह घटना स्थल पर नहीं बल्कि होटल में था।
पुलिस के हाथ लगने से पहले दुरुस्त कराई कार
इतना ही नहीं, जिस कार से हादसा हुआ था उसे भी आरोपी ने हाथ लगने से पहले दुरुस्त करा दी, ताकि कार से हादसा साबित न हो सके। गिरीश के पुत्र अक्षय गजरौला की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। चोरगलिया थानाध्यक्ष राजेश कुमार जोशी का कहना है कि मामले की जांच कुंवरपुर चौकी प्रभारी विजय राणा को सौंपी गई है। मामले की जांच निष्पक्ष की जाएगी।
बेटे की आंखों के सामने हुआ पूरा हादसा
पुलिस को दी तहरीर में अक्षय का कहना है कि जब हादसा हुआ तो वह मौके पर ही खड़ा था। अक्षय के मुताबिक उसके पिता सड़क किनारे खड़े थे और अनियंत्रित कार ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर से उसके पिता उछल कर कई फीट दूर नहर में गिर गए। उन्हें निकाला गया तो खून बेहद तेजी से बह रहा था। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस पर धारा बदलने का लगाया आरोप
परिजनों ने पुलिस पर मामले में हीलाहवाली का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना कि पुलिस ने घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने न सिर्फ षड्यंत्र रचा बल्कि मौके से फरार हो गया। पुलिस को मामले में बीएनएसएस की धारा 106 (2) के तहत मुकदमा दर्ज करना चाहिए था, जबकि धारा 106 (1) लगाई है। जबकि पुलिस का कहना है कि नियमों के तहत ही मुकदमा दर्ज किया गया है।