– सट्टा किंग के साथ शनिवार को श्रीलंका-बांग्लादेश क्रिकेट मैच पर दांव लगाते पकड़े गए चार लोग
Haldwani’s betting king Manoj Gupta arrested, DDC : पुलिस और एसओजी की टीम ने हल्द्वानी के सट्टा किंग मनोज गुप्ता को 15 लाख रुपये से अधिक की नगदी के साथ गिरफ्तार किया है। सट्टा किंग के साथ उसके दरबार में उसका एक गुर्गा और दांव लगाने पहुंचे चार सटोरिये भी पकड़े गए। सट्टा किंग बेटिंग असिस्टेंट ई-बुक ऐप के जरिये ऑन लाइन और पर्ची के जरिये ऑफ लाइन सट्टा कराता था। बरामद रकम अब तक की सबसे रिकवरी मानी जा रही है।
रामपुर रोड गली नंबर 9 निवासी मनोज कुमार गुप्ता पुत्र गंगा शरण गुप्ता अपने घर से सट्टे का ऑन और ऑफ लाइन कारोबार चलाता है। मंगलपड़ाव चौकी पुलिस और एसओजी की टीम ने शनिवार रात मनोज गुप्ता के घर पर दबिश दी तो मनोज के साथ चार और लोग पकड़े गए। मनोज के पास से नोटो भरा बैग बरामद हुआ, जिसमें 8 लाख 1640 रुपये थे। पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि मनोज गुप्ता सट्टा सरगना है और बेटिंग असिस्टेंड आई बुक ऐप पर सट्टा लगवाता है।
मनोज के अलावा मौके से पकड़े गए अभिषेक अग्रवाल पुत्र ओमप्रकाश अग्रवाल निवासी सतीश कालोनी हीरानगर के पास से 59 हजार रुपये, मो. कामिल पुत्र नाजिम खां निवासी लाइन नंबर 18 लाल स्कूल बनभूलपुरा के पास से कुल ढाई लाख रुपये, विशाल गुप्ता पुत्र मुकेश गुप्ता निवासी गली नंबर 9 रामपुर रोड के कब्जे से 2,30,000 रुपए और रोहित गुप्ता पुत्र धर्मपाल गुप्ता निवासी धानमिल बरेली रोड के पास से 1,70,000 रुपये बरामद किए गए। 11 मोबाइल के साथ मौके से एक लैपटॉप बरामद मिला, जिसे अभिषेक चला और सट्टा लगवा रहा था। इनके पास से कुल 15,01,640 रुपए नगद बरामद हुए। जबकि लैपटॉप में और भी लेनदेन की बात सामने आई है।
सिर्फ एक मैच में दांव पर लग गए थे 19 लाख रुपये
पुलिस ने बताया कि मनोज लोगों को ग्राहक बनाने के लिए पहले उनकी लिमिट बनाता था। ये लिमिट ऐप में बनाई जाती थी और इसका पैसा कैश लिया जाता था। शनिवार को जब पुलिस ने मनोज के घर पर दबिश दी तो श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच क्रिकेट मैच चल रहा था। पुलिस ने मौके से 15 लाख बरामद कर लिए, लेकिन इस मैच पर 19 लाख रुपये से अधिक दांव पर लगे थे। ये छोटा मैच था और इसके बावजूद सिर्फ एक ही मैच में इतनी बड़ी रकम दांव पर लग गई थी।
आई बुक ऐप बेचने वाला दिल्ली का अंकित राडार पर
पुलिस की पूछताछ में मनोज ने कई राज उगले हैं। उसने पुलिस को बताया कि वह जिस आई बुक ऐप पर सट्टे का काराबोर चला रहा था, वह ऐप उसने दिल्ली में रहने वाले अंकित मक्कड़ से सिर्फ 9 हजार रुपये में खरीदा था। मात्र कुछ हजार रुपये में खरीदे इस ऐप के जरिये मनोज ने करोड़ों रुपये के वारे-न्यारे कर डाले। माना जा रहा है कि ऐप बेचने वाला अंकित भी इस धंधे में पूरी तरह लिप्त है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अंकित भी भी गिरफ्तारी की जाएगी।