– डीजीपी बनने के बाद पहली बार हल्द्वानी पहुंचे IPS अभिनव कुमार ने नशा तस्करी पर पुलिस को लिया आड़े हाथों
DGP Abhinav in Haldwani, DDC : हरिद्वार एनकाउंटर सिर्फ एक संदेश है। देवभूमि में ठौर तलाश रहे बड़े माफिया सावधान हो जाएं। हल्द्वानी पहुंचे डीजीपी अभिनव कुमार ने जहां अपराधियों को साफ संदेश दिया, वहीं अपनी पुलिस को भी आड़े हाथों लिया। कहा, उत्तराखंड ही नहीं, पूरे देश में बिना मिलीभगत के मादक पदार्थों की तस्करी संभव नहीं है। तस्करों से मिलीभगत करने वाले पुलिस कर्मियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। उत्तराखंड को अपराधियों की शरणस्थली नहीं बनने दिया जाएगा और हरिद्वार एनकाउंटर सिर्फ बानगी है।
पैडलर पकड़े जाते हैं, बच जाते हैं माफिया
गुरुवार 26 सितम्बर को हल्द्वानी कोतवाली के मीटिंग हाल में डीजीपी अभिनव कुमार ने पत्रकारों से कहा, प्रदेश में ड्रग्स तस्करी बढ़ रही है तो पुलिस अपराधियों को सलाखों के पीछे भी भेज रही है। ड्रग्स का सेवन करने वालों में युवा वर्ग सबसे ज्यादा शामिल है। जागरुकता के लिए अभिभावकों व स्कूलों के अध्यापकों की मदद ली जाएगी। पुलिस की अभी तक की कार्रवाई में सामने आता है कि पेडलर पकड़े जा रहे हैं, लेकिन बड़े माफिया बच जाते हैं। अब बड़े माफिया के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
डीजीपी ने कहा, अपराधियों को पुलिस मुंहतोड़ जवाब दे रही है। अपराधी जैसा अपराध कर रहा है उससे उसी अंजाम में निपटा जा रहा है। अपराधी यह न सोचें कि उत्तराखंड में बच जाएंगे। उत्तराखंड की पुलिस अब स्मार्ट हो गई है। बदलते महिला अपराध को रोकने के लिए पुलिस तैयार है। अपराधियों को सीधे जेल भेजा जा रहा है।
हल्द्वानी में बढ़ते यातायात दवाब पर होगा अध्ययन
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि हल्द्वानी में यातायात का दबाव बढ़ रहा है। जाम की समस्या से लोग परेशान हैं। 20 साल से अब तक बढ़े यातायात पर उन्होंने एसएसपी पीएन मीणा को अध्ययन करने को कहा है। इसके बाद बेहतर क्या हो सकता है, इस पर विचार किया जाएगा। साथ ही जिला प्रशासन के साथ मिलकर कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
महिला अपराध के बदलते ट्रेंड को जानने के लिए बनाई कमेटी
डीजीपी ने कहा, महिला अपराध के बदले ट्रेंड के लिए वरिष्ठ डीआइजी के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई है। राज्य के हर थाने में महिला डेस्क के अलावा अब एक स्पेशल रूम बनाया जाएगा। जहां पर पीड़ित महिलाओं से पूछताछ की जाएगी। इस रूम को बनाने का उद्देश्य महिलाओं के मन से भय को कम करना है।
चालान होंगे, दिक्कत है तो नियम बदलवा लें
यातायात चेकिंग को लेकर डीजीपी ने अपना रूख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में हर साल सैंकड़ों लोग सड़क दुर्घटना में जान गवां रहे हैं, जो चिंता का विषय है। मगर हल्द्वानी के लोगों का कहना है कि यहां अन्य जिलों के मुकाबले अधिक सख्ती है। दो पहिया वाहनों पर डब्ल हेलमेट व कार में सीट बेल्ट न लगाने पर चालान हो रहे हैं। डीजीपी का कहना है कि किसी को चालान से दिक्कत है तो वह अपने जनप्रतिनिधि से कहकर नियमों में बदलाव करा लें। यातायात के विरुद्ध सख्ती पूरे राज्य में की जाएगी।
आइटीआइ गैंग में शामिल बच्चों के अभिभावक शर्म करें
डीजीपी के समक्ष आइटीआइ गैंग का मुद्दा भी उठा। उन्होंने कहा, आइटीआई गैंग में यदि बच्चे शामिल हैं तो यह शर्म की बात है। उन माता-पिता को शर्म करनी चाहिए जो अपने बच्चों पर ध्यान नहीं दे सकते। पुलिस कार्रवाई करती है तो लोग, नेता व बच्चों के अभिभावक थाने में पहुंचकर बचाव में उतर आते हैं। पुलिस अब कार्रवाई करेगी, लेकिन शर्त यह कि कोई बचाव
में नहीं आएगा। गैंग को पुलिस अपने हिसाब से सुधार देगी।
हल्द्वानी का माहौल बिगड़ने नहीं देंगे
बनभूलपुरा दंगे के बाद हल्द्वानी की छवि पर दाग लगा है। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसलिए पुलिस एक्शन के मूड में है। डीजीपी ने कहा है, हल्द्वानी का माहौल बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। माहौल बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।