– उत्तराखंड में 24 घंटे से जारी भारी बर्फबारी के बीच चमोली के माणा गांव में ग्लेशियन टूटने से बीआरओ के मजदूर फंसे
Uttarakhand Mana Avalanche, DDC : उत्तराखंड में बीते 24 घंटे से भारी बर्फबारी के बीच चमोली के माणा गांव में ग्लेशियर टूट गया। इस भयंकर एवलांच में वहां काम कर रहे BRO के 57 मजदूर कई फिट बर्फ के नीचे दब गए। 33 को तो किसी सूरत निकाल लिया, लेकिन 24 का अब तक पता नही। बर्फबारी के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। राहत बचाव कार्य में एयरफोर्स की मदद भी मांगी गई है।

रेस्क्यू ऑपरेशन में चुनौतियां
माणा में भारी बर्फबारी के बीच राहत-बचाव कार्य जारी है। बचाव दल लगातार मजदूरों को निकालने की कोशिश कर रहा है, लेकिन रात और बर्फबारी के कारण मुश्किलें बनी हुई हैं। इसके बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन बिना रुके जारी है।

अब तक 33 मजदूर निकाले गए
अब तक 33 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि 24 अब भी फंसे हैं। SDRF, NDRF, जिला प्रशासन, ITBP और बीआरओ की टीमें मौके पर हैं और राहत कार्य तेजी से जारी है।

रेस्क्यू ऑपरेशन की कठिनाइयां
चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद बचाव कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के कारण जन-जीवन प्रभावित हुआ है।

मौसम विभाग का रेड अलर्ट
IMD ने उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग समेत कई जिलों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो सकती है।
ग्लेशियर टूटने से मजदूर फंसे
माणा गांव में बीआरओ का काम चल रहा था। शुक्रवार को ग्लेशियर टूटने से 57 मजदूर दब गए। इनमें से 33 को बचा लिया गया है।
कंटेनर में सो रहे थे मजदूर
मजदूर कंटेनर में सो रहे थे, तभी हिमस्खलन हुआ। मजदूरों के 8-10 फीट बर्फ के नीचे दबे होने की आशंका है। SDRF की टीमें हवाई मार्ग से भेजी गई हैं, लेकिन 30 किमी सड़क पर बर्फ जमा होने से पहुंचना कठिन है।
मुख्यमंत्री की निगरानी
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चमोली डीएम से बातचीत कर जरूरी निर्देश दिए हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग की जानकारी
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि शाम 5 बजे तक 32 मजदूरों को बचा लिया गया था, जबकि बाकी 25 को निकालने की प्रक्रिया जारी है।