– रोडवेज के पीछे शमा रेस्टोरेंट के पास वारदात को अंजाम देने वाले दो शातिर गिरफ्तार
Throat slit in Haldwani, DDC : दो दिन पूर्व सरेराह एक युवक की गर्दन रेतने वाले शातिर अपराधियों को पुलिस को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में शामिल गर्दन रेतने वाले अपराधी पर हत्या समेत करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं और उसने हवा रेतने की घटना को सिर्फ इसलिए अंजाम दिया, क्योंकि उसे शक था कि पीड़ित उसकी मुखबिरी कर रहा है। फिलहाल, घटना को अंजाम देने वालों को पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
लोगों से भरी सड़क पर रेत डाली गर्दन
बीती 12 अप्रैल की शाम टनकपुर रोड वार्ड 14 जवाहगर नगर निवासी त्रिलोक सिंह मेहरा पुत्र विक्रम सिंह मेहरा की दो युवकों ने रोडवेज के पीछे शमा रेस्टोरेंट के पास चाकू से गर्दन रेत दी थी। घटना को अपराधियों से उस वक्त अंजाम दिया, जब यह सड़क लोगों से खचाखच भरी होती है। बीच सड़क घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। त्रिलोक की गर्दन का दाहिना हिस्सा बुरी तरह रेत दिया गया था।
दोनों पर दर्ज किया हत्या के प्रयास का मुकदमा
गंभीर अवस्था में पुलिस ने उसे डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया, जहां उसकी हालत अब स्थित है। घटना के अगले ही दिन हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने ग्राम रोपड़ दन्या जिला अल्मोड़ा निवासी महेंद्र सिंह बिष्ट उर्फ मोनिया पुत्र मदन सिंह बिष्ट और पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार दुर्गापुर वीर भट्टी नैनीताल निवासी नवीन पटवाल पुत्र मनोहर सिंह पटवाल के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 109 (हत्या का प्रयास) मुकदमा दर्ज कर लिया।
नवीन ने पीछे से पकड़ा, महेंद्र ने रेता गला
मामले की जांच भोटियापड़ाव चौकी प्रभारी अनिल कुमार को सौंपी गई। बिना समय गंवाए चौकी प्रभारी ने टीम के साथ दोनों आरोपियों को 13 अप्रैल को जवाहरनगर रेलवे क्रासिंग के पास से धर दबोचा। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि घटना स्थल पर नवीन ने त्रिलोक को पीछे से पकड़ा और महेंद्र ने उसकी गर्दन पर चाकू चला दिया। बताया कि उन्हें शक था कि त्रिलोक पुलिस से उनकी मुखबिरी कर रहा था। चौकी प्रभारी ने बताया महेंद्र पर करीब आधा दर्जन मुकदमे में हैं। कोतवाल राजेश कुमार यादव ने बताया कि दोनों आरोपियों को न्यायालय के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पहली कोशिश नहीं थी, गला दबाकर कर चुका है हत्या
पुलिस के मुताबिक गिरफ्त में आया महेंद्र आदतन अपराधी है। हत्या और हत्या की कोशिश करना उसके लिए नहीं बात नहीं है। उस पर वर्ष 2015 में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। तब उसने एक की गला दबाकर हत्या कर दी थी। महेंद्र के खिलाफ हत्या का प्रयास, चोरी और एनडीपीएस के मामले भी दर्ज हैं। जबकि उसके साथी नवीन पटवाल के आपराधिक इतिहास की पुलिस पड़ताल कर रही है।
पेपर कटर से रेती से थी त्रिलोक की गर्दन
जिस चाकू से महेंद्र ने त्रिलोक की गर्दन रेती, उसे पुलिस ने बरामद कर लिया है और जब आलाकत्ल (चाकू) पुलिस ने बरामद कर किया तो वह भी हैरान रह गई। दरअसल, जिस चाकू का इस्तेमाल किया गया था, उसे आमतौर पर पेशेवर इस्तेमाल नहीं करते। ये सिर्फ एक पेपर कटर था। यानी वो चाकू तो प्लास्टिक के अंदर छिपा होता है और एक बटन को आगे धकेलने पर चाकू निकल कर बाहर आता है। चिकित्सकों का कहना है कि चाकू जरा सा और अंदर चलता तो फिर त्रिलोक की जान बचाना मुश्किल हो जाता।