– शंकर हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्स राबिया ने सर्वेंट क्वाटर में 27 अप्रैल को लगा ली थी फांसी, 12 साल से हारुन में प्रेम संबंध
Rabia suicide case, DDC : नैनीताल जिले के हल्द्वानी में हुए राबिया सुसाइड केस में बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने नर्स राबिया के प्रेमी हारुन को गिरफ्तार किया है। दोनों के बीच पिछले 12 साल से प्रेम संबंध थे, लेकिन राबिया की शादी हो जाने के बावजूद हारुन उसका पीछा नहीं छोड़ रहा था। उसने राबिया को इस कदर मानसिक परेशानी दी कि उसने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस को आरोपी हारुन के खिलाफ तमाम इलेक्ट्रानिक सुबूत मिले हैं। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
मूलरूप से पीपली अहीर ठाकुरद्वारा मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी राबिया खातून (26 वर्ष) पेशे से नर्स थी और हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित शंकर हॉस्पिटल में नौकरी करती थी। उसकी शादी शरीफनगर मुरादाबाद निवासी जियाउल मुस्तफा से हुई थी और उसकी ढाई साल की एक बेटी भी है। राबिया हॉस्पिटल के सर्वेंट क्वाटर में अपनी डॉक्टर ननद नाजिया के साथ रहती थी। यहीं दोनों के बच्चे भी रहते थे। बीती 27 अप्रलै को राबिया का शव सर्वेंट क्वाटर के फर्श पर पड़ा पाया गया था। उसने छत पर लगे पंखे से फंदा लगाकर फांसी लगाई थी, लेकिन पंखे के ब्लेड मुड़ जाने की वजह से वह कुछ देर बाद वह नीचे गिर गई थी।
इस मामले में हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने 11 मई को राबिया के पिता पीपली अहीर निवासी महबूब अली की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ राबिया को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। कोतवाल राजेश कुमार यादव ने बताया कि जांच में सामने कि बीएनएसएस की धारा 108 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच और मोबाइल फॉरेंसिक टीम ने इसकी गहन जांच की।
जांच में राबिया के दूर के रिश्तेदार मुनीमपुर थाना ठाकुरद्वारा, जिला मुरादाबाद निवासी मोहम्मद हारुन का नाम सामने आया। पता लगा कि हारुन और राबिया में पिछले 12 साल से प्रेम संबंध थे। शादी के बाद राबिया ने उससे किनारा कर लिया, लेकिन हारुन ने पीछा नहीं छोड़ा। हारुन न सिर्फ उससे पैसे वसूलता बल्कि लगातार उस पर शादी करने का दबाव बना रहा था। उसने इस कदर परेशान किया कि राबिया जान देने पर मजबूर हो गई।
मामले में पूछताछ के लिए हारुन को सोमवार को हल्द्वानी कोतवाली बुलाया गया और यहीं गिरफ्तार कर लिया गया। कोतवाल ने बताया कि आरोपी को न्ययालय के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है। आरोपी के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 108 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस टीम में एसएसआई रोहताश सिंह सागर, एसआई महेंद्र प्रसाद, कांस्टेबल अरविन्द कुमार हेड कांस्टेबल इशरार नबी, कांस्टेबल संतोष बिष्ट व कुंदन सिंह थे।
कोतवाली बुलाकर पहुंचाया सलाखों के पीछे
पुलिस को पहले दिन से ही शक था कि यह आम सुसाइड केस का मामला नहीं है। 27 अप्रैल की रात 8 बजे हुए इस सुसाइड केस का दरोगा नरेंद्र कुमार को भुगतना पड़ा और एसएसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। वह नाइट अफसर थे और सुसाइड की सूचना उन्होंने अधिकारियों को नहीं दी थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को पूछताछ के लिए हल्द्वानी कोतवाली बुलाया था। आरोपी को भी नहीं पता था कि उसके साथ यहां क्या होगा। पूछताछ के साथ ही यहां उसे सलाखों के पीछे डाल दिया गया।
चाहता था तलाक देकर उससे कर ले शादी
हारुन ने राबिया को परेशान कर दिया ता। वह मृतका के साथ मारपीट करना उसकी आदत में शुमार हो गया था। वह राबिया से ऑनलाइन रुपये भी लेते रहता था। उस पर शादी का दबाव बना रहा था और जब वह इंकार करती थी उसे बदनाम करने की धमकी देता। वह चाहता था कि राबिया अपने पति को छोड़कर उसके पास जाए। वह पति को तलाक देकर उससे शादी कर ले। यह सब सहते-सहते जब वह परेशान हुई तो जान दे दी।