. पुलिस ने काठगोदाम में हुई लाखों की चोरी का खुलासा किया, तीन चोरों ने जितना चोरी किया सब बरामद हुआ
Theft exposed in Kathgodam, DDC : काठगोदाम थाना क्षेत्र के देवला तल्ला पजाया में एक बैंक में आरएम के पद पर काम करने वाले के घर लाखों की चोरी हुई। इस चोरी में चोरों ने मोटा हाथ मारा और जिसके घर चोरी हुई उसने मौका। यानी चोरी तो बड़ी थी, लेकिन आरएम ने उसे और बड़ा बनाकर पुलिस के सामने पेश किया। कहा, लाखों रुपये के जेवर के साथ चोर करीब साढ़े 5 लाख रुपये की नगदी ले गए। हालांकि यह झूठ था, जो ज्यादा दिन नहीं टिका। ये झूठ आरएम के घर पर लगे सीसीटीवी ने ही खोल दिए और फिर चोरों ने।

गुरुवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में इस बड़ी चोरी का खुलासा करते हुए एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया, काठगोदाम स्थित देवला तल्ला पजाया कुंवरपुर में रहने वाले अजीम खान एक बैंक में आरएम के पद पर तैनात हैं। बीती 6 मार्च को वह परिवार के साथ नवाबगंज बरेली गए थे। 8 मार्च को लौटे तो घर के ताले टूटे पड़े थे। तब उन्होंने पुलिस को बताया कि घर से साढ़े 5 लाख रुपये की नगदी और करीब 20 लाख रुपये कीमत के जेवर चोरी हुए हैं। चोर जाने से पहले घर में लगे सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर भी तोड़ गए। चोरी काठगोदाम पुलिस के लिए चुनौती थी, क्योंकि चोर जंगल के रास्ते आए और जंगल के रास्ते ही फरार हुए। जिससे चोरों के निशान मिलना मुश्किल हो रहे थे। पुलिस ने 100 से ज्यादा सीटीटीवी कैमरे खंगाले और लगभग इतने ही लोगों से पूछताछ की। पुलिस के हाथ सुराग लगा और चोरी करने वाले तीन चोर पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
20 और 22 साल के हैं लाखों चुराने वाले
पुलिस ने करायल फूलचौड़ निवासी 20 वर्षीय देवेन्द्र थापा उर्फ राहुल थापा पुत्र लाल सिंह थापा, जीतपुर नेगी प्रेम विहार निवासी 22 वर्षीय उज्जवल सिंह परगाई पुत्र नंदन सिंह परगाई व कृष्णा फार्म हाउस देवलचौड़ निवासी संदीप कुमार पुत्र नन्द किशोर को 27 मार्च की सुबह करीब पौने 6 बजे गौलापुर के नीचे बने कच्चे रास्ते से गिरफ्तार किया। इनके पास से पुलिस ने चोरी हुए सारे जेवर बरामद कर लिए। चोरों ने बताया कि उन्हें घर से नगदी नहीं मिली थी। पुलिस ने घर में लगी डीवीआर का बैकअप चेक किया तो सामने आया कि वाकई नगदी नहीं चोरी हुई थी।
शादी में गए थे, ताला लगा देखा तो बना डाला प्लान
शातिर चोर गैंग का सरगना उज्जवल है। पुलिस के मुताबिक चोरी से पहले उज्जवल कुंवरपुर में एक शादी समारोह में गया था। लौटते वक्त उसने अजीम के घर पर ताला देखा। अगले दिन भी उसे दरवाजे पर ताला और घर से निकलने वाली नालियां पूरी तरह सूखी मिलीं। उज्जवल ने अनुमान लगा लिया कि घर में कोई नहीं है। उसने प्लान बनाया और दो साथियों के साथ मिलकर ताला तोड़ दिया।
जंगल में दफनाया चोरी का माल, लेने गए तो पकड़े गए
पुलिस के मुताबिक चोरी के बाद शातिर चोरी का माल अपने साथ नहीं ले गए। उन्हें पकड़े जाने का डर था, तो उन्होंने चोरी का माल गौला नदी के पास जंगल में गड्ढा खोदकर दफना दिया था। तय किया था कि कुछ दिन बाद मामला ठंडा होने पर गड्ढे से जेवर निकाल लेंगे। उन्होंने 7 मार्च को चोरी की और उसी दिन माल दफनाया। शातिरों को लगा कि वक्त काफी गुजर चुका है और मामला ठंडा हो चुका है तो वह जेवर निकालने पहुंचे तो और पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
ये है खुलासा करने वाली पुलिस टीम
चोरी का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में काठगोदाम थानाध्यक्ष दीपक बिष्ट, खेड़ा चौकी प्रभारी मनोज कुमार, साइबर सेल के एसआई फिरोज आलम, दमुवाढूंगा चौकी प्रभारी अरुण सिंह, कांस्टेबल भानू प्रताप, अशोक रावत, सुरेन्द्र सिंह, प्रेम प्रकाश, टीका राम और एसओजी की सर्विलांस से अरविन्द बिष्ट थे।
पुराना चोर है उज्जवल, हर साथ होते हैं नए साथी
पुलिस के मुताबिक उज्जवल एक शातिर चोर है और उसके खिलाफ चोरी के कई मामले दर्ज हैं। वह जितनी बार चोरी करता, उतनी बार उसके साथ नए साथी होते थे। वह काम तो गैंग बनाकर करता था, लेकिन गैंग में हर बार नए लोगों को रखता था। वह इसलिए कि उसके सारे कारनामे किसी एक को पता न लगें। वह साथियों को ऐसा जताता था कि जिस चोरी को वह करने जा रहा है, वह उसकी पहली चोरी है।