– सुनीता की हत्या के आरोपी पति को पुलिस ने किया गिरफ्तार, पति बोला-पत्नी के चरित्र पर भी था शक
Second wife murdered in Kashipur, DDC : उत्तराखंड में ऊधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पत्नी के टॉचर्र से तंग पति ने चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी। मृतका हत्यारोपी पति की दूसरी बीवी थी। हत्यारोपी मौके से फरार तो हुआ, लेकिन पुलिस से ज्यादा दूर नहीं भाग सका। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारोपी जल संस्थान से फिटर के पद से सेवानिवृत्त है। उसने अपनी दूसरी पत्नी सुनीता से कोर्ट मैरिज की थी, लेकिन उसका कहना है कि सुनीता ने ब्लैकमेल कर उसके साथ कोर्ट मैरिज की थी। वह उसे टॉर्चर करती थी। उसकी निगाह संपत्ति पर थी। उसे पत्नी के चरित्र पर भी शक था। छुटकारा पाने के लिए उसने पत्नी की हत्या कर दी।
दो साल पहले जल संस्थान से हुआ था सेवानिवृत्त
मोहल्ला ओझान निवासी भगवान दास जल संस्थान में फिटर था। वह दो साल पहले ही सेवानिवृत्त हुआ था। पहली पत्नी की मृत्यु के बाद उसने आठ वर्ष पूर्व मुरादाबाद निवासी सुनीता से दूसरी शादी की थी। सुनीता अपने पुत्र सन्नी व भगवान दास के साथ कटोराताल में किराए के मकान में रहती थी। सुनीता की उम्र अपने पति भगवान दास के मुकाबले काफी कम थी। भगवान दास को शक था कि उसकी पत्नी सुनीता के कुछ और लोगों से संबंध हैं।
जिम गया था बेटा, पत्नी का कर दिया कत्ल
12 फरवरी की शाम सुनीता का पुत्र सन्नी जिम गया था। सन्नी की अनुपस्थिति में सुनीता को अकेला पाकर भगवान दास ने उसकी चाकू मार कर हत्या कर दी। इसके बाद वह बाइक मौके पर छोड़कर फरार हो गया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने पुलिस को आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। वारदात का खुलासा करते हुए सीओ दीपक सिंह ने बताया कि पुलिस ने नाकाबंदी कर आरोपी को कलश मंडप जाने वाले रोड से धर दबोचा।
बेटे का ब्याह कराने वाली बनी दूसरी बीवी
पूछताछ में भगवान दास ने बताया कि सुनीता रिश्ते तय कराने में बिचौलिए का काम करती थी। उसने उसके एक बेटे की भी शादी कराई थी। जान-पहचान के चलते दोनों के संबंध बन गए। सुनीता ने उसे ब्लैकमेल कर कोर्ट मैरिज कर ली। बाद में वह कई दूसरे लोगों के संपर्क में भी रहने लगी। भगवान दास ने बताया कि नौकरी में रहते हुए उसने काफी संपत्ति अर्जित की थी। रिटायरमेंट पर भी उसे फंड मिला था।
बूढ़ा कह पति पर कसती थी तंज
सुनीता की निगाह उसकी संपत्ति और रकम पर थी। वह एक और शादी करने की धमकी देती रहती थी। वृद्धावस्था को लेकर भी वह अकसर उस पर तंज कसती थी। सुनीता को उसका अपने बेटों से मिलना-जुलना भी पसंद नहीं था। पुलिस टीम में कोतवाल अमर चंद्र शर्मा, एसएसआई अनिल जोशी, एसआई विपुल जोशी, सौरभ भारती, चंदन सिंह, मनोज धौनी, कंचन पड़लिया, संतोष देवरानी, अजीत सिंह व प्रकाश बोरा आदि।