– 5 लाख रुपये के लिए पार की हर हद, बात-बात पर दुत्कार कर बेधर करते रहे बहु
Triple Talaq, DDC : शरीयत का हवाला देकर एक व्यक्ति ने भारत सरकार के कानून को मानने से इंकार कर दिया। केवल 5 लाख रुपये के लिए उनसे अपनी बीवी का जीना मुहाल कर दिया। पहले बेटियों के होने पर 2 बार घर से निकाला, फिर बहन की शादी के जेवर मांगे तो तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। तीन तलाक के खिलाफ बीवी ने भारत सरकार के कानून का हवाला दिया तो पति ने कह दिया कि वह भारत सरकार के कानून को नही मानता बल्कि वह शरीयत पर चलने वाला है। हालांकि इसी भारतीय कानून से डर कर वह बीवी को बार बार मना कर घर ले गया, लेकिन अब बनभूलपुरा थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
दो माह के पेट से थी, जब पहली बार निकाला घर से
पुलिस को दी तहरीर में लाइन नंबर 18 बनभूलपुरा निवासी नाजरीन पुत्री मो. रियासत ने लिखा, उसकी शादी वर्ष 2018 में उसकी शादी नहटोर बिजनौर उत्तर प्रदेश निवासी सलीम पुत्र भूरा रईस से मुस्लिम रीति रिवाज के तहत हुई थी। शादी के अगले दिन से ही पति, सास और ससुर दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। पीड़िता दो माह की गर्भवती हुई तो मायके वालों से पांच लाख रुपए लाने को कहा और जब असमर्थता जताई तो घर से निकाल दिया।
बेटी पैदा होते ही फिर निकाला घर से
ससुराल से निकाले जाने के बाद मायके पहुंचकर पीड़िता ने बनभुलपुरा थाने में तहरीर दी। पुलिस ने दखल दिया तो पति और ससुराली सुलह कर अपने साथ ले गए। दिसम्बर 2018 में पुत्री हुई तो ससुराली उसके भरण-पोषण के लिए लड़ने लगे। फिर 5 लाख मांगे और फिर घर से निकाल दिया। पीड़िता दोबारा पुलिस के पास पहुंची।
दूसरी बेटी हुई तो निकाला घर से
बनभूलपूरा थाने से मामला महिला समाधान केंद्र पहुंचा तो ससुराली फिर सुलह कर उसे अपने साथ ले गए। पीड़िता ने अगस्त 2020 में फिर से बेटी तो जन्म दिया तो फिर घर से निकाल दिया। पीड़िता ने फिर कानून की मदद ली तो ससुराली फिर सुलह कर वापस ले गए। अक्टूबर 2023 में पीड़िता की छोटी बहन की शादी तय हुई। पीड़िता के पिता उसे लेने पहुंचे।
जेवर मांगे तो पीड़िता और पिता को पीटा
पीड़िता ने बहन की शादी में जाने के लिए जेवर मांगे तो ससुरालियों ने मारपीट शुरू कर दी। पति और ससुर ने पीड़िता के पिता को बुरी तरह पीट दिया। पीड़िता बचाने गई पति ने उसे सबके सामने तीन तलाक दे दिया। पीड़िता पिता के साथ बहन की शादी में शामिल होने मायके आ गई। शादी के बाद उसने जब पति से वापस ले जाने के लिए कहा तो पति ने इनकार कर दिया।
पति बोला, उसने सबके सामने तीन तलाक दिया था और अब उसका उससे कोई वास्ता नही। पीड़िता ने भारत सरकार के तीन तलाक के खिलाफ बनाए कानून का हवाला दिया, लेकिन उस असर नही पड़ा और बोला हम शरीयत से चलने वाले लोग हैं, न कि भारत सरकार से।
बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी का कहना है कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।