– गणेश महोत्सव का टेंट उतारते वक्त गलती से गिर गई थी मूर्ति, एहतियातन बंद रहीं दुकानें
Statue of devotee Prahlad broken, DDC : शहर के सबसे पुराने होलिका मैदान में लगी भक्त प्रह्लाद की मूर्ति खंडित हुई तो सोमवार रात हिंदूवादी संगठन के लोगों ने जमकर हंगामा किया और घटना का आरोप समुदाय विशेष के लोगों पर लगाया। किसी सूरत पुलिस ने आधी रात तक चले हंगामे को शांत कराया। हालांकि संगठन के लोगों ने बुधवार सुबह तक गिरफ्तारी न होने पर फिर आंदोलन की चेतावनी दी थी। पुलिस ने महज आठ घंटे के भीतर की आरोपी को पकड़ लिया और पाया कि हिंदूवादी संगठन के लोगों का आरोप निराधार था।
टेंट खोलने के दौरान खंडित हो गई थी मूर्ति
कोतवाल राजेश कुमार यादव ने बताया कि होली मैदान पर कुछ समय पहले ही गणेश चतुर्थी का आयोजन हुआ था। यहां गणेश मूर्ति स्थापित की गई थी और भव्य टेंट लगाया गया था। कार्यक्रम समाप्ति के बाद जब मजदूर टेंट खोल रहे थे तभी टेंट के टकराने से पिलर पर रखी मूर्ति जमीन पर गिर कर खंडित हो गई। मजदूर ने मूर्ति को एक किनारे पर रख दिया और सभी चले गए। इधर, सोमवार को मूर्ति खंडित होने की खबर फैली तो रात तक हिंदूवादी संगठन बड़ी संख्या में होली मैदान के बाहर एकत्र हो गए।
आधी रात तक सिंधी चौक पर चला था हंगामा
हिंदूवादियों ने समुदाय विशेष पर मूर्ति तोड़ने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। हंगामे के बीच देर रात दूसरे समुदाय के लोग भी भारी संख्या में सड़क पर उतर आए। दोनों समुदायों के आमने-सामने आने पर पुलिस-प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए थे। कई थानों, चौकियों का पुलिस बल और आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। रात में हिंदूवादी संगठन के लोग इस आश्वासन पर लौटे कि मंगलवार 11 बजे तक आरोपी पकड़ा गया तो वह कोतवाली में प्रदर्शन करेंगे।
आठ घंटे के भीतर हिरासत में लिया आरोपी
इस मामले में पुलिस ने आठ घंटे में ही मामले का पटाक्षेप कर दिया। कोतवाल राजेश कुमार यादव ने बताया कि बिहार के दरभंगा निवासी सोनू कुमार यादव हल्द्वानी में टेंट कारोबारी के यहां मजदूरी करता है। उसने होली चौक से टेंट उतारा और इस दौरान गलती से भक्त प्रह्लाद की मूर्ति टूट गई। मजदूर ने अपनी गलती स्वीकारी है। इसलिए उसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
आनन-फानन में मुकदमा, अब लगेगी एफआर
घटना के बाद हिंदूवादी संगठन पुलिस के आश्वासन पर मान गए। जिसके बाद कोतवाली के एसएसआई महेंद्र प्रसाद ने बतौर वादी अज्ञात के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो पूरा मामला आइने की तरह साफ हो गया। अब जब मामले का पटाक्षेप हो चुका है और मजूदर अपनी गलती मान चुका है तो अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही मामले में फाइनल रिपोर्ट (एफआर) लगाकर केस को बंद कर दिया जाएगा।
पोस्ट डाल कर कोतवाली न पहुंचने की अपील की
घटना के बाद हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी की ओर से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली गई। लोगों से घटना के खिलाफ मंगलवार को कोतवाली पहुंचने की अपील की गई। घटना के खुलासे के बाद कुछ लोग कोतवाली और फिर पुलिस बहुउद्देशीय भवन में अधिकारियों से मिले। पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट होने के बाद हिंदूवादियों ने सोशल मीडिया पर एक और पोस्ट डाली। जिसमें कहाकि मामले का पटाक्षेप हो चुका है और अब कोतवाली आने की जरूरत नहीं।