– स्कूल से 250 छात्राओं का टूर बरेली स्थित फनसिटी में गया था, बेहोश होकर पूल में गिरी छात्रा
KVM student dies, DDC : उत्तराखंड के हल्द्वानी के केवीएम पब्लिक स्कूल के छात्राएं गुरुवार को फनसिटी टूर पर आए थे। इस दौरान छात्रा स्वीमिंग पूल में बेहोश होकर गिर गई और उसकी मौत हो गई। शिक्षक और शिक्षिकाएं उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन चिकित्सकों ने भर्ती करने से मना कर दिया। छात्रा की मां ने स्कूल की शिक्षिकाओं और शिक्षकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
इज्जतनगर पुलिस ने बताया कि गुरुवार को चार बसों से हल्द्वानी के हीरानगर में स्थित केवीएम स्कूल का टूर फनसिटी बरेली गया था। टूर में कक्षा 9 से 12 तक के करीब 250 बच्चे शामिल थे। दिन में 3:30 बजे के करीब हल्द्वानी के नैनी व्यू कॉलोनी जयसिंह भगवानपुर निवासी छात्रा अंजलि रावत स्लाइडिंग स्वीमिंग पूल के पास अचानक बेहोश होकर पानी में गिर गई। वह 12वीं कक्षा में पढ़ती थी। छात्रा के गिरने के बाद स्कूल की उपप्रधानाचार्य एकता शाह, शिक्षक रमेश चंद्र गुररानी और रेनू कोलिया ने छात्राओं की मदद से अंजलि को बाहर निकाला और पीलीभीत रोड स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे।
यहां चिकित्सकों ने अंजलि को भर्ती करने से इनकार कर दिया। इसके बाद छात्रा को उसी हालत में हल्द्वानी भेज दिया गया। हालांकि शिक्षक और शिक्षिकाओं का कहना है कि परिजनों की राय लेकर ही छात्रा को हल्द्वानी ले जाया गया। हल्द्वानी ले जाते समय छात्रा ने रास्ते में दम तोड़ दिया। हालांकि बताया यह भी जा रहा है कि छात्रा की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी।
शिक्षिका की मां सरिता ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इंस्पेक्टर इज्जतनगर धनंजय पांडेय ने बताया कि केवीएम स्कूल की शिक्षिकाओं ने बताया कि छात्रा बेहोश होकर पानी में गिर गई थी। वे लोग तुरंत निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने भर्ती करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद वे लोग उसे हल्द्वानी ले गए।
मां ने कहा लापरवाही से हुई बेटी की मौत
अंजलि रावत के पिता राजेंद्र सिंह रावत सेना में हवलदार हैं। उनकी तैनाती शाहजहांपुर में है। घर वह अपनी मां सरिता और छोटे भाई के साथ रहती थी। छोटा भाई भी केवीएम पब्लिक स्कूल में कक्षा दो में पढ़ता है। सरिता ने बताया कि बेटी कभी कभार बेहोश हो जाती थी, लेकिन बीमार नहीं थी। वह घर स्कूल तक ऑटो से गई थी। स्कूल पहुंचने के बाद अंजलि ने फोन पर जानकारी दी थी। बताया कि टूर के साथ गई बेटी पर ध्यान दिया जाता तो उनकी बेटी की जान बचाई जा सकती थी। बेटी की मौत के बाद सरिता का रो रोकर बुरा हाल है।