– एक अन्य मामले में पैसा न लौटाने पर मण्डलायुक्त ने दी लैंड फ्रॉड एक्ट में मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी
Janata Darbar of Divisional Commissioner, DDC : लाखों रुपए ले लिए, लेकिन प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं कराई। न जमीन मिली और न पैसा, पीड़ित हारा तो फरियाद लेकर मंडलायुक्त की जनसुनवाई कार्यक्रम पहुंचा। मामला जानने के बाद मंडलायुक्त ने पुलिस को आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। ऐसे ही एक अन्य मामले में पैसा न लौटाने पर आरोपी को मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी गई है।
शनिवार को कैंप कार्यालय में शिकायतों पर सुनवाई के दौरान मंडलायुक्त के सामने भूमि विवाद, पारिवारिक विवाद, ब्याज पर धनराशि देना, सड़क, विद्युत, अतिक्रमण आदि से संबंधित शिकायतें मिली।
ढाई लाख लेकर टरका रहा था दर्शन
बनबसा निवासी सुलोचना ने मंडलायुक्त को बताया कि उन्होंने वर्ष 2021 में एक प्लॉट खरीदा था। उन्होंने ढाई लाख रुपए दिए और बाकी के 6.33 लाख रुपए रजिस्ट्री के बाद देना तय हुआ। हालांकि जमीन बेचने वाले दर्शन सिंह ने रजिस्ट्री नही कराई। जिस पर आयुक्त ने दर्शन सिंह को धनराशि वापस देने के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी दी कि यदि तय समय के भीतर पैसा नहीं लौटाया तो फिर उसके खिलाफ लैंड फ्रॉड एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
दो साल से टहला रहा था सतपाल
इसी तरह रोशन लाल और मनसा देवी ने बताया कि रूद्रपुर के लालपुर में सतपाल यादव ने अलास्का के नाम से कालोनी में प्लाटिंग की थी। रोशन और मनसा ने यहां प्लॉट खरीदा और पैसा भी दे दिया, लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी सतपाल यादव ने रजिस्ट्री नही की। अब मौके पर प्लॉट भी नहीं है। मंडलायुक्त ने समस्या को गम्भीरत से लेते हुए विक्रेता के खिलाफ लैंड फ्रॉड एक्ट में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में हरेन्द्र सिंह रैक्वाल निवासी दाडिमा ने बताया कि जो भूमि उन्होंने विक्रय की थी उक्त भूमि आवश्यकता से अधिक भूमि अभिलेखों में दर्ज होने की शिकायत की। कला बिष्ट निवासी बाजपुर ने उधार की धनराशि वापस दिलाने, कृपेन शंकर निवासी मोटाहल्दू ने वाहन की किस्त चालक से दिलाने, नीमा देवी निवासी कालाढूंगी ने पुस्तैनी भूमि में आजीविका के लिए एक हिस्सा दिलाने, मंसा देवी निवासी बागेश्वर ने जमीन की रजिस्ट्री नही होने की शिकायत की।
तहसील स्तर की शिकायतें आने पर जताई नाराजगी
जनसुनवाई के दौरान मंडलायुक्त के सामने उप जिलाधिकारी और तहसील स्तर की छोटी-छोटी तमाम शिकायतें आईं। जिस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को निर्देशित किया कि मण्डल के सभी उपजिलाधिकारी और तहसील स्तर के अधिकारीप्रत्येक सप्ताह जनसुनवाई कर इन समस्याओं का निवारण करेंगे। इस दौरान मंडलायुक्त ने वनाग्नि को रोकने के लिए मंडल के सभी डीएफओ को निर्देश दिए कि वनाग्नि को रोकने के लिए सम्भावित क्षेत्रों में साइन बोर्ड लगाएं और जहां आग जानबूझ कर लगाई जाती है, ऐसे लोगों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज कराएं। साथ ही जिन क्षेत्रों में वनाग्नि की अत्यधिक घटनाएं होती हैं, उन स्थानों पर हिडेन कैमरे भी लगाए जाएं।