– गुरुवार 14 नवम्बर को बरेली के फन सिटी में हुआ था हादसा
Anjali’s death case, DDC: : अंजली की मौत को चार दिन गुजर चुके हैं, पोस्टमार्टम भी हो चुका है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी सामने नहीं आई है। हालांकि यह साफ हो गया है कि मौत से पहले अंजली को पैनिक अटैक पड़ा था, जिसके बाद वह स्लाइडर से होते हुए फन सिटी के पूल में गिरी। उसके फेफड़ों में पानी भी मिला है। बताया जा रहा है कि पानी की मात्रा बेहद कम है। सोमवार को यह रिपोर्ट पुलिस को मिल जाएगी।
बीते गुरुवार को अंजली केवीएम पब्लिक स्कूल के बच्चों के साथ टूर पर बरेली स्थित फन सिटी गई थी। 12वीं में पढ़ने वाली अंजली के साथ फन सिटी में हादसा हुआ और उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को हल्द्वानी में अंजली का पोस्टमार्टम हुआ। मुखानी पुलिस ने अंजली के पिता की तहरीर पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया। यह जीरो एफआईआर थी, जिसे मुखानी पुलिस ने बरेली पुलिस को ट्रांसफर कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को पोस्टमार्टम में पाया गया कि अंजली के फेफड़ों में पानी है। अब सामने आया है कि पूल में गिरने से पहले अंजली को पैनिक अटैक पड़ा था।
अंजली की मां सरिता के मुताबिक अंजली को कभी-कभी चक्कर आते थे। ऐसे में माना जा रहा है कि स्लाइडर से स्लाइड करते वक्त अंजली को पैनिक अटैक पड़ा और बेहोशी की हालत में दो फीट पानी से भरे पूल में गिर गई। जिसकी वजह से उसके पेट और फेफड़ों तक पानी पहुंच गया। सूत्रों का यह भी कहना है कि शरीर से मिले पानी की मात्रा इतनी नही है कि जिससे यह कहा जाए कि उसकी मौत डूबने से हुई। इस पानी को मेडिकल टीम ने सुरक्षित रखने के साथ बिसरा भी रख लिया है। अंजली के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। वहीं अब चार दिन बाद केवीएम पब्लिक स्कूल प्रबंधन की ओर से भी सफाई दी गई है। प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने अपनी ओर से सभी सुरक्षा इंतजाम किए थे।
स्लाइडर से नीचे आई और फिर उठ नही पाई अंजली
इस मामले में सफाई पेश करते हुए केवीएम प्रबंधन ने कहा, अंजली ने नर्सरी कक्षा से केवीएम में शिक्षा आरंभ की थी। इस दुखद घटना के दौरान, बच्चों की सुरक्षा के लिए 180 बच्चों के साथ 12 शिक्षिकाएं, 1 वाइस प्रिंसिपल, 1 एकेडमिक डायरेक्टर, 1 ऑफिस असिस्टेंट, 2 महिला हेल्पर और 2 पुरुष हेल्पर को भेजा गया था। स्टाफ के मुताबिक घटना के समय अंजली लगभग 2 फीट गहरे पानी के पूल में थी और अपने दोस्तों के साथ हाथ पकड़कर स्लाइड से नीचे आ रही थी। नीचे आते ही जब वह उठ नहीं पाई, तो तुरंत शिक्षकों की मदद से उसे पानी से बाहर निकाला गया।
इसके बाद फन सिटी वॉटर पार्क के इंचार्ज के साथ तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया। वहां से बच्ची को एक उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर किया गया और फिर उसे उच्च चिकित्सा केंद्र भी लेकर गए। अफसोस, सभी प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका।
प्रबंधन का कहना है कि स्कूल ने इस टूर के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज, अनुमति और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए थे। उन्होंने जांच प्रक्रिया में पूरी तरह सहयोग करने की बात कही है। साथ ही कहा है कि वह निष्पक्ष जांच चाहते हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके।