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सिंचाई विभाग से तकरार, जेडीएम नाले पर वन विभाग का अड़ंगा

– निर्माण के लिए पहुंचे अधिकारी जेसीबी समेत लौटे, दमुवाढूंगा में वन चौकी से हो रही थी खोदाई

JDM Nala Damuwadhunga, DDC : जेडीएम नाला निर्माण को लेकर सोमवार को हल्द्वानी में दमुवाढूंगा के स्थानीय लोगों और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के बीच एक बार फिर विवाद हो गया। लोगों ने हंगामा करते हुए खोदाई का रुकवा दिया। सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। लोगों ने वन भूमि का पेंच फंसाकर काम रुकवा दिया। अब वन विभाग की सहमति के बाद ही नाले का फिर से शुरू हो पाएगा।

दमुवाढूंगा में वन चौकी से निकलने वाले नाले को मोड़ने का सिंचाई विभाग को दिया गया है। करीब 99 लाख रुपये से 250 मीटर नाले का निर्माण होना है। सोमवार को सिंचाई विभाग के एई मनोज तिवारी जेसीबी के साथ नाला खोदाई के लिए पहुंच गए। यह बात जब लोगों को पता चली तो वह वार्ड 37 दमुवाढूंगा से पार्षद प्रत्याशी दीपा गोस्वामी के साथ मौके पर पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया।

हंगामे की सूचना पर काठगोदाम पुलिस के साथ नायब तहसीलदार युगल किशोर और कानूनगो भी मौके पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों का कहना था कि पूर्व में इस स्थान पर कोई बरसाती नाला नहीं था। नाले को जबरन मोड़ा जा रहा है। आरोप लगाया कि बिठोरिया के लोगों ने अपनी जमीन का रकवा बढ़ाने के लिए बरसाती नाले को जेडीएम स्कूल से मोड़ दिया था।

करीब तीन घंटे तक लोगों का आक्रोश शांत नहीं हुआ। लोगों ने कहाकि जिस स्थान से नाले को मोड़ा जा रहा है, वह वन क्षेत्र है और सिंचाई विभाग बिना वन विभाग की एनओसी के काम कर रहा है। मौके पर रामनगर डीएफओ से फोन पर बात हुई। उन्होंने फॉरेस्टर नेहरू लाल को मौके पर भेजा। तय किया गया कि संयुक्त सर्वे और वन विभाग से एनओसी के बाद ही नाले का निर्माण होगा।

इस दौरान मन्नू गोस्वामी, सुनील कुमार, मनोज कोठारी, बच्ची सिंह बोरा, लाल सिंह बोरा, ममता आर्य, हंसा देवी टम्टा, भगवती कोठारी, तरुण बिष्ट, त्रिलोक सिंह बिष्ट, राजेंद्र सिंह चौहान, सुनील कुमार आर्य आदि थे।

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